भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा राजभाषा हिंदी पखवाड़े की श्रृंखला में दिनांक 10.09.2021 को प्रातः11.00 बजे प्रथम सत्र में ‘राज्य स्तरीय कवि सम्मेलन व द्वितीय सत्र में सायं 3ः00 बजे लेखक गोष्ठी’ का आयोजन गेयटी थियेटर में किया गया, जिसमें प्रदेश के लगभग 30 साहित्यकारों ने भाग लिया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र का शुभारम्भ विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ० सुरेश जसवाल ने दीप प्रज्जवलन कर किया ।

इस समारोह के प्रथम सत्र में राज्य स्तरीय युवा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार सुदर्शन वशिष्ठ ने की। कार्यक्रम का मंच संचालन विभाग की सहायक निदेशक कुसुम संघाईक ने किया। इस समारोह में आमंत्रित कवियों ने स्वर्णिम हिमाचल को आधार मानकर अपनी कविताएँ प्रस्तुत की जिसमें सोलन से अनुराधा ने ‘मेरा हिमाचल’, शिमला से प्रियंका ने ‘हिम के आंचल में बसा यह प्रदेश’ हमीरपुर से दीनाक्षी ने ‘हिमाचल की विभिन्नता मेरी कलम में है’, ऊना से शिवानी ने ‘हिमाचल परिचय’, बिलासपुर से रक्षा ठाकुर, ने ‘ मेरा प्यारा हिमाचल’, चंबा से नेहा ने ‘जहां धरती सुनहरी दिल दहलाती है ऐसा मेरा हिमाचल है’, शाम अजनवी ‘हिम का आंचल हुआ स्वर्णिम’, सिरमौर से सुरेन्द्र सूर्या ने ‘मन भावन हिमाचल’, सुरेन्द्र कुमार धर्मा ने ‘काश ऐसा भी होता’, कांगड़ा से सुमन कुमार ने ‘हिमाचल की महकती घाटियाँ’, मनी ने ‘जिसे हिमाचल कहते है ऐसा प्यारा हिमाचल हमारा’, मंडी से शीतल ने ‘फूलों की खुशबू, पेड़ो की छांव, मां जैसा सुंदर हमारा हिमाचल गांव’ , भोपाल ठाकुर ने ‘जान से प्यारा हिमाचल प्रदेश महान है, भूपेन्द्र ने ‘हिमाचल भूमि तेरी जय जय हो’ तथा कुल्लू से अनुरंजनी ने ‘सौंधी मिट्टी की सुगंध जहां हो ऐसे है हिमाचल के गांव’, गौरव राज गौतम ने ‘ये जो कला है इसे ताज़ कहते है’ पर कविता पाठ किया। सुदर्शन वशिष्ठ ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कार्यक्रम में उपस्थित समस्त युवाओं को प्रोत्साहित किया व हिन्दी कविता की विभिन्न विधाओं से युवा कवियों को रूबरू करवाया।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में सायं 3ः00 बजे राज्य स्तरीय लेखक गोष्ठी आयोजित की गई। लेखक गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रेखा वशिष्ठ ने की। इस राज्य स्तरीय समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ० सुशील कुमार फुल्ल ने ‘‘हिमाचल की विकास यात्रा में हिंदी का योगदान’’ विषय पर शोध पत्र पढ़ा । इस शोध पत्र पर शिमला से डॉ० सत्यनारायण स्नेही, इंद्र सिंह ठाकुर, बिलासपुर से रतन चंद निर्झर, कांगड़ा से त्रिलोक मैहरा, सरोज परमार, ऊना से डॉ० योगेश चंद्र सूद, लाहौल स्पिति से अजेय बोध व हमीरपुर से डॉ० ओ० पी० शर्मा ने परिचर्चा में भाग लिया। कार्यक्रम के इस सत्र में विभाग के निदेशक डॉ० पंकज ललित, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी श्रीयुत श्रीनिवास जोशी, डॉ० देवेन्द्र गुप्ता भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

विभाग के निदेशक डॉ. पंकज ललित ने बताया कि दिनांक 13.09.2021 को राज्य स्तरीय अंतरमहाविद्यालय भाषण प्रतियोगिता, निबंध व कविता लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी गेयटी थियेटर में किया जाएगा। राजभाषा पखवाड़े का समापन व राजभाषा पुरस्कार वितरण समारोह दिनांक 14.09.2021 को गेयटी में आयोजित करवाया जाएगा जिसमें श्री गोविंद सिंह ठाकुर, माननीय शिक्षा, भाषा-संस्कृति मंत्री, हिमाचल प्रदेश सरकार बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे।

कार्यक्रम में विभाग पूर्व निदेशक विभाग सहायक निदेशक अलका कैंथला, जिला भाषा अधिकारी अनिल हारटा व भाषा अधिकारी सरोजना नरवाल तथा अन्य साहित्यकार भी उपस्थित रहे।

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