राजेश शर्मा, कीक्ली रिपोर्टर, 29 जनवरी, 2018, शिमला
उपनिदेशकों व प्रधानाचार्यों के साथ बैठक में बनाई रणनीति
छात्रों में बढ़ती नकल प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के लिए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड गंभीर है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष ने सभी शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे नकल को रोकने के लिए एकजुटता से कार्य करें। नकल रोकने को लेकर राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मंडी में एक बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के उपनिदेशक व स्कूलों के प्रधानाचार्य-मुख्याध्यापक मौजूद रहे।
इस दौरान हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी ने छात्रों में बढ़ रही नकल प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए सभी शिक्षकों को आगे आना चाहिए व एकजुटता से इसके लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्रों में इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए उन्हें नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं के सही तरीके से संचालन व नकल रोकने के लिए जिला प्रशासन, उपनिदेशकों व बोर्ड के अधिकारियों के उडऩदस्ते बनाए जा रहे हैं, ताकि छात्र अपनी परीक्षाएं पारदर्शी तरीके से दे सकें।
उन्होंने कहा कि छात्रों को इस तरह की शिक्षा प्रदान करें व उन्हें समझाएं कि व्यक्ति निर्माण के लिए शिक्षा बड़ा माध्यम हैं। जब व्यक्तित्व विकास के प्रति जागरूक होंगे, तो इससे भी नकल पर स्वत: लगाम लग सकती है। उन्होंने सभी शिक्षकों से आह्वान किया है कि वे छात्रों को नैतिक मूल्यों की जानकारी प्रदान करें, ताकि वे खुद ही नकल न करें।
इस अवसर पर उन्होंने एक और खुलासा किया है कि मौजूदा पाठ्यक्रम को बदलने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए विभिन्न स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। इनमें सभी शिक्षकों के सुझाव लेकर उन्हें कार्यान्वित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूली व्यवस्था में मौलिक परिवर्तन लाने की भी आवश्यकता है। इसके लिए वह स्वयं प्रत्येक जिला स्तर पर दौरे कर रहे हैं, ताकि इसमें सुधार लाया जा सके।