सनरॉक प्ले स्कूल, गुम्मा में दीपावली पर्व का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों और स्कूल स्टाफ ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस खास अवसर पर स्कूल परिसर को रंग-बिरंगी सजावट और दीपों की रोशनी से जगमगाया गया, वहीं नन्हें-मुन्ने बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को खास बना दिया।
स्कूल की प्रधानाचार्य शैलजा अमरेईक ने सभी प्रदेशवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और बच्चों को त्योहार के धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक महत्व के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने दीपावली से जुड़ी पौराणिक कथाओं जैसे भगवान की अयोध्या वापसी, श्रीकृष्ण द्वारा नरकासुर वध, और समुद्र मंथन से लक्ष्मी व धन्वंतरि प्रकट होने की कथाएं साझा करते हुए बताया कि यह पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होने का प्रतीक है।
प्रधानाचार्य ने पटाखों से होने वाले प्रदूषण और दुर्घटनाओं पर चिंता जताते हुए सभी से पर्यावरण के प्रति सजग रहने और सुरक्षित व संयमित तरीके से त्योहार मनाने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि “हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि हमारे किसी भी कार्य या व्यवहार से किसी को कोई कष्ट न हो – तभी दीपावली का वास्तविक संदेश सार्थक होता है।”
इस अवसर पर उन्होंने यह भी जानकारी दी कि सनरॉक प्ले स्कूल बच्चों के समग्र विकास के लिए समर्पित है। स्कूल में नर्सरी, के.जी. और क्रेच की सुविधा उपलब्ध है। आगामी सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया जारी है और दीपावली के उपलक्ष्य में प्रवेश शुल्क में 50% की छूट दी जा रही है। साथ ही, स्कूल में परिवहन की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा सकती है।
कार्यक्रम में बच्चों ने पारंपरिक पोशाकों में गीत, नृत्य और लघु नाटिकाएं प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। विद्यालय परिसर बच्चों की चहल-पहल और उनकी हँसी-ठिठोली से सराबोर हो उठा।







