नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मौजूदा सरकार जनता पर रोज़ नए शुल्क थोप रही है, जबकि आवश्यक सुविधाएँ लगातार छीनी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले सरकार ने महीनों तक राशन डिपुओं में सरसों का तेल और रिफाइंड देना बंद किया और अब वही तेल 33 से 40 प्रतिशत महँगा कर जनता को बेचा जा रहा है।
जयराम ठाकुर ने सरकार से सवाल किया कि जिस रिफाइंड तेल की कीमत पहले 97 रुपये थी, वह अब 134 रुपये में कैसे बिक रहा है? उन्होंने आरोप लगाया कि खाद्य वस्तुओं और दालों पर भी यही स्थिति है – वस्तुएं महंगी होती जा रही हैं, जबकि उनकी उपलब्धता घट रही है। उन्होंने कहा कि सरकार आम लोगों के हितों की अनदेखी कर रही है और इसे “सुविधा नहीं, शुल्क की सरकार” कहा जाना अधिक उपयुक्त होगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपने लगाए गए शुल्कों से मुकर जाते हैं। “मुख्यमंत्री कहते हैं कि अस्पतालों में पर्ची पर कोई शुल्क नहीं लगाया गया, तो फिर लोग दस रुपये देकर लाइन में क्यों लग रहे हैं?” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का झूठ पहले भी उजागर हुआ है – जैसे चूड़धार यात्रा टैक्स का मामला, जिसमें सरकार ने खुद शुल्क वापसी की अधिसूचना जारी की।
जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार जताया कि उन्होंने पीएमजीएसवाई के चौथे चरण में हिमाचल प्रदेश को प्राथमिकता दी। इसके तहत 1500 किलोमीटर से अधिक सड़कों को मंजूरी दी गई है, जिसमें सराज क्षेत्र की 32 सड़कें भी शामिल हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कश्मीर को रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि चिनाब पुल और भारत के पहले ‘केबल-स्टेड’ पुल ‘अंजी’ के लोकार्पण ने देश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि यह ‘मोदी की गारंटी’ का प्रमाण है कि देश अब आत्मनिर्भर और विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में अग्रणी बन चुका है।