December 23, 2024

Tag: धैर्य

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आधुनिक भारत की नारी: डॉक्टर जय अनजान

हिंद देश की नारी हूं,वंदन से है मेरी पहचान,सब रिश्ते हैं मेरी वजह से,यही तो है मेरी पहचान।मत करना भूल समझ के मुझको अबला,मैं...

अपनी बोली अपनी पछ्यान: डॉक्टर जय अनजान

जिथी नी ओ कोई पुछ पछ्यान,ऊथी नी देने चैंदे ज्यादा प्राण,से जे करो सारे अपणा ही गुणगान,तिसरे पाओ जुकी जुकी ने बछ्यान।जेड़ा चलाओ अपणा...