Tag: बेटी का त्याग
बेटी :डॉo कमल केo प्यासा द्वारा त्याग और सहनशीलता की कविता
बेटीचूल्हा चौकाघर आंगनभाई बहिनसब देखती थी,सियानी हुईबेगानी इमानतकह ,विधा हुई !घर छूटाछूटे सभी अपनेबिखर गए सपनेनए रिश्तों मेंबेचारी जकड़ी गई !
बेटीबनी दुल्हनबहू कहलाई,निभाती रही फर्ज़सास ननंद को झेलतीघर बाहर(आंगन)संभालती संवारती !और...