December 22, 2024

Tag: बेरुखी

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खुलकर मुस्कुराया करो

प्रो. रणजोध सिंह हर वक्त संजीदा रहना कोई अच्छी बात नहीं खुलकर मुस्कुराया करो। बारिशों का मौसम है जनाब! कभी-कभी थोड़ा भीग भी जाया करो।माना इस जहाँ में पूरी नहीं होती...

बूंद-बूंद को तरसेंगे: भीम सिंह नेगी

बरखा रानी रूठ गई हैधरती तपन असहाय।चमकते सूरज से लग रहाआज हर हृदय को भय।।फसलें पानी मांग रही हैंसूखे नदी तालाब।सर्द मौसम की यह...