July 1, 2025

तलाश – रवींद्र कुमार शर्मा

Date:

Share post:

बहुत कुछ जिंदगी में पाया हमने
मन नहीं भरा फिर भी हमेशा रहे उदास
कुछ और पाने की चाहत में भटकते रहे
मिला था वह भूल गए करते रहे कुछ और तलाश

कोई नौकरी के चक्कर में रहा घूमता
नहीं मिली जूते घिस गए हो गया हताश
दिन रात की मेहनत काम नहीं आई
न जाने कब खत्म होगा तेरा यह बनवास

अपने पास जो था वह नज़र नहीं आया
नज़र वहीं टिकी जाकर जो था दूसरों के पास

सब भूल गए जो पड़ा था तुम्हारी झोली में
छोड़ दी फिर भी सब कुछ मिलने की आस

ठोकर जब लगी तब भी नहीं संभले
दूसरों पर निकालते रहे दिल की भड़ास
छोड़ते गए सब जो थे संगी साथी
दूर हो गए सब कोई न रहा पास

जिसको भी देखो सब हैं भटक रहे
सबको है किसी न किसी चीज़ की तलाश
बाहर ढूंढते फिर रहे अंदर कोई नहीं झांकता
अंदर ढूंढोगे तो सब कुछ है तुम्हारे पास

Daily News Bulletin

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

राष्ट्रपति ने आयुष विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया

1 जुलाई 2025 को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में महायोगी गुरु गोरखनाथ...

पुरानी संजौली-ढली सुरंग आम आवाजाही के लिए बंद

जिला दंडाधिकारी शिमला अनुपम कश्यप द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, पुरानी संजौली-ढली सुरंग को तत्काल प्रभाव से...

Rotary Club & ICAI Host CA Day Run

In a vibrant tribute to Chartered Accountants' Day, the Rotary Club Shimla Hill Queens, in collaboration with the...

सनरॉक स्कूल में डॉक्टर दिवस पर सम्मान समारोह

सनरॉक प्ले स्कूल, गुम्मा में सोमवार को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (Doctor's Day) हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर...