जिला शिमला में तंबाकू नियंत्रण को लेकर किए जा रहे प्रयासों के तहत आज उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में जिला तंबाकू नियंत्रण समिति की तृतीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, हितधारकों तथा राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (NTCP) से जुड़े प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने “तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0” का औपचारिक शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने तंबाकू सेवन को एक गंभीर सामाजिक एवं स्वास्थ्य समस्या बताते हुए कहा कि युवाओं को इससे दूर रखना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी विभागों से आह्वान किया कि इस दिशा में संयुक्त प्रयासों के माध्यम से एक तंबाकू मुक्त वातावरण का निर्माण किया जाए।
यह अभियान 09 अक्टूबर से 08 दिसंबर 2025 तक जिलेभर में संचालित रहेगा। इस दो माह की अवधि में विद्यालयों, महाविद्यालयों, पंचायतों और शहरी निकाय क्षेत्रों में व्यापक जन-जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इन गतिविधियों का विवरण राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा, जिसकी निगरानी भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा की जाएगी।
बैठक में कोटपा अधिनियम, 2003 के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा की गई और यह सुनिश्चित करने पर बल दिया गया कि सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान निषेध के नियमों का सख्ती से पालन हो। साथ ही, हिमाचल प्रदेश खुदरा व्यापार लाइसेंस अधिनियम, 2016 के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में तंबाकू उत्पादों की बिक्री से संबंधित आवश्यक अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
उपायुक्त ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि तंबाकू नियंत्रण से संबंधित सभी अधिनियमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने जनसंपर्क अभियानों को और अधिक प्रभावशाली बनाने पर जोर दिया ताकि आम जनता, विशेषकर युवा वर्ग, तंबाकू के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक हो सके। उन्होंने कहा कि यह अभियान तभी सफल होगा जब समाज के सभी वर्ग, विशेष रूप से युवा, इसमें सक्रिय भागीदारी निभाएं।