लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को तारा देवी मंदिर परिसर में आयोजित श्री तारा देवी मंदिर न्यास और संकट मोचन मंदिर न्यास की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देना मंदिर प्रबंधन की प्राथमिकता है, और समय-समय पर इन सुविधाओं को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाते रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि तारा देवी और संकट मोचन जैसे विश्व प्रसिद्ध मंदिरों में हर वर्ष लाखों श्रद्धालु आते हैं, इसलिए मंदिर परिसरों का विकास संतुलित और व्यवस्थित तरीके से किया जाना चाहिए। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार द्वारा मंदिरों के विकास बजट में कोई कमी नहीं रखी जा रही है, और प्रदेश के विभिन्न मंदिरों में कार्य तीव्र गति से जारी हैं।
बैठक में संकट मोचन मंदिर से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। मंदिर की 18 बीघा जमीन और लगभग 1 करोड़ रुपए की वार्षिक आय के मद्देनज़र पुजारियों की नियुक्ति को लेकर साक्षात्कार आधारित चयन प्रक्रिया पर चर्चा हुई। जब तक अंतिम अधिसूचना नहीं आती, तब तक अस्थायी नियुक्तियों को मंजूरी दी गई।
साथ ही, कीर्तन हॉल और आवासों की छत की मरम्मत, मंदिर के मुख्य द्वार पर लोहे का गेट, बाबा नीब करोरी जी महाराज मंदिर के लिए लकड़ी के कार्य, और कम्युनिटी हॉल के निर्माण को स्वीकृति दी गई। हॉल में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी और इसके लिए डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
तारा देवी मंदिर न्यास से संबंधित चर्चा में मंत्री ने पार्किंग की समस्या को गंभीर चुनौती बताया। उन्होंने मौजूद जमीन के साथ नई पार्किंग संभावनाओं पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिल सके।
इसके अलावा, टॉयलेट ब्लॉक निर्माण कार्य को मंजूरी दी गई तथा 50 लाख रुपये की लागत से कुश्ती अखाड़े के निर्माण की योजना को स्वीकृति मिली। मंत्री ने इस कार्य के लिए 10 लाख रुपये विधायक निधि से देने की घोषणा भी की।
कैबिनेट मंत्री ने शोघी में निर्माणाधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का निरीक्षण भी किया। यह भवन 13.75 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनाया जा रहा है, जिसमें अब तक 7.5 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं। यह भवन सात मंजिला होगा और इसमें 30 बेड व स्टाफ के लिए आवासीय सुविधा भी उपलब्ध होगी।
मंत्री ने निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि शेष बजट शीघ्र जारी किया जाएगा ताकि कार्य समय पर पूरा हो सके।
विक्रमादित्य सिंह ने शोघी में प्रस्तावित बस स्टैंड की साइट का भी निरीक्षण किया। बताया गया कि यह भूमि पहले एचपीसीएल के पास लीज पर थी, परंतु अब इसका उपयोग नहीं हो रहा। भूमि को परिवहन विभाग के नाम करने की प्रक्रिया लंबित है।
मंत्री ने एफआरए मंजूरी हेतु आवेदन प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए और कहा कि बस स्टैंड बनने से आठ पंचायतों के हजारों लोगों को लाभ मिलेगा और शिमला शहर में जाम की समस्या भी कम होगी।
मंदिर बैठक से पूर्व लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने माता तारा देवी के दरबार में शीश नवाया और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की।