शहर के युवा चित्रकार तरुण देसाई की पहली पेंटिंग प्रदर्शनी ने कला प्रेमियों का दिल जीत लिया। गेयिटी थिएटर में 16 से 20 जुलाई तक आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन भाषा कला व संस्कृति विभाग के निदेशक डॉ. पंकज ललित ने किया। उन्होंने कहा कि तरुण की पेंटिंग्स अत्यंत उच्च स्तर की हैं। इस प्रदर्शनी में कला प्रेमियों के लिए बहुत कुछ है। प्रदर्शनी के उद्घाटन के साथ ही वहां दर्शकों का तांता लग गया। दि शिमला आर्ट फाउंडेशन के तत्वावधान में गेयिटी थिएटर के टैवर्न हाल में कुल 40 पेंटिंग प्रदर्शित की गईं हैं जो तरुण देसाई ने कोविड के दौरान लॉकडाउन में बनाई हैं। यह प्रदर्शनी तरुण ने अपनी स्वर्गीय माता श्रीमती जगजीत देसाई को समर्पित की है जिनसे उन्हें पेंटिंग की प्रेरणा मिली। वह स्वयं एक अच्छी चित्रकार थीं। तरुण की बहन कालिंदी देसाई बहल एक बेहतरीन टेक्सटाइल डिज़ाइनर हैं। तरुण ने कहा कि इस प्रदर्शनी से उन्होंने अपनी मां और बहन का सपना पूरा किया है।
गौरतलब है कि युवा चित्रकार ने चित्रकला की कोई औपचारिक शिक्षा नहीं ली। ऑयल पेंटिंग्स में लैंडस्केप, सीस्केप, स्टिल, पोट्रेट आदि शामिल हैं। डॉ पंकज जी ललित ने कहा कि तरुण देसाई में गजब की प्रतिभा है। उनकी पेंटिंग देख कर यह विश्वास नहीं होता कि उन्होंने फाइन आर्ट्स में कोई पढ़ाई नहीं की है। बिल्कुल प्रोफेशनल ढंग से बनाई गई पेंटिंग्स में उन्होंने अपने मनपसंद नीले रंग का प्रयोग अधिक किया है। उन्होंने सभी पेंटिंग्स में रुचि दिखाई। उनका कहना था कि हर पेंटिंग में जितना बारीक कार्य है, वह तरुण की कला साधना की उत्कृष्टता बताता है।
इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा तरुण के पिता महेश देसाई और पत्नी प्रीति भी उपस्थित थे।
Amazing paintings.👍
Wonderful work
Wonderful paintings, amazed is what I am with the details in them.