
शिमला: मानवाधिकारों के लिए कार्यरत संस्था उमंग फाउंडेशन ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के चार मेधावी दिव्यांग विद्यार्थियों को पढ़ाई में सहायता के लिए लैपटॉप प्रदान किए। इनमें दो दृष्टिबाधित हैं।
उमंग फाउंडेशन की ट्रस्टी विनोद योगाचार्य ने बताया कि सतलुज जल विद्युत निगम की उप-महाप्रबंधक मृदुला श्रीवास्तव ने अपनी सेवानिवृत्ति के उपलक्ष में दिव्यांग विद्यार्थियों को चार लैपटॉप दान किए। इनमें क्रम से संगीत और इतिहास में एमए कर रहे दृष्टिबाधित अरुण शर्मा और अंजलि के अलावा शारीरिक दिव्यांग अक्षय सिंघा और राहुल शामिल हैं। अक्षय सिंघा समाज विज्ञान में एमए के विद्यार्थी हैं और राहुल पीएचडी में प्रवेश के लिए प्रयासरत हैं।
मृदुला श्रीवास्तव ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर और विशेष कर दृष्टिबाधित एवं अन्य दिव्यांग बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए लैपटॉप तथा अन्य सहायक उपकरण आवश्यक होते हैं। उन्होंने कहा ऐसे विद्यार्थियों का सशक्तिकरण समाज में बहुत महत्वपूर्ण है।
विनोद योगाचार्य ने कहा कि उमंग फाउंडेशन समाज के सहयोग से आर्थिक दृष्टि से कमजोर दिव्यांग विद्यार्थियों के सशक्तिकरण के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। उन्हें स्कॉलरशिप के साथ ही लैपटॉप एवं सहायक उपकरण दिए जाते हैं और रोजमर्रा की दिक्कतों से निपटने में भी उनकी सहायता की जाती है। यह सराहनीय है कि मृदुला श्रीवास्तव ने सेवानिवृत्ति पर फिजूल खर्ची की बजाय दिव्यांग विद्यार्थियों के सशक्तिकरण पर ध्यान दिया।
पिछले वर्ष 14 दिसंबर को राजभवन के दरबार हाल में हुए भव्य कार्यक्रम में उमंग फाउंडेशन द्वारा आधा दर्जन विद्यार्थियों को लैपटॉप एवं अन्य को सहायक उपकरण राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के कर कमलों से वितरित कराए गए थे।