हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य एसपी बंसल ने दिव्यांग विद्यार्थियों के साथ आज चाय पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि दिव्यांग विद्यार्थियों के  सशक्तिकरण के लिए बने नियमों को कड़ाई से लागू किया जाएगा। उन्होंने राष्ट्रीय फेलोशिप, जेआरएफ, नेट एवं सेट उत्तीर्ण करने वाले दिव्यांग विद्यार्थियों को बधाई दी। दिव्यांग विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में मुफ्त कोचिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। चाय पर चर्चा के संयोजक एवं विश्वविद्यालय के विकलांगता मामलों के नोडल अधिकारी प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के दिव्यांग विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। कुलपति की धर्मपत्नी डॉ सुनीता बंसल भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।

कुलपति ने कहा कि दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के लिए लाइब्रेरी की सभी पुस्तकें डिजिटाइज़ की जाएंगी। उन्होंने कहा डिजिटाइजेशन का काम चल रहा है। इससे दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई आसान हो जाएगी। विश्वविद्यालय खेल के क्षेत्र में भी दिव्यांग विद्यार्थियों को समान सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। यही नहीं, प्रादेशिक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दृष्टिबाधित एवं हाथ से लिखने में असमर्थ विद्यार्थियों के लिए राइटर का पैनल बनाया जाएगा। इससे राइटर उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिव्यांग विद्यार्थियों की उपलब्धियों पर विश्वविद्यालय को गर्व है।

कुछ अन्य सुविधाएं और सहयोग देकर उन्हें और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इससे पूर्व प्रो. अजय श्रीवास्तव ने आचार्य एसपी बंसल और डॉक्टर सुनीता बंसल का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय दिव्यांग विद्यार्थियों के मामले में देश के अग्रणी विश्वविद्यालयों में शामिल है। पीएचडी स्कॉलर मुकेश कुमार, श्वेता शर्मा, प्रतिभा ठाकुर, अजय कुमार, अन्नू और संजय भैरव आदित्य कुलपति को अपनी समस्याएं बताई। कुलपति ने उनके शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।

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