राजेश शर्मा, कीक्ली रिपोर्टर, 15 अक्टूबर, 2015, शिमला
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर का शुभारंभ किया गया। सेवा योजना अधिकारी पुनम चौहान ने बताया कि कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्जवलन द्वारा शुरू हुआ। इस कार्यक्रम में अंजूम आरा, एसपी साबर क्राइम ब्रांच मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम का आगाज वंदे मातरम् द्वारा किया गया और बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया जिसमें अभिनंदन गीत व बंगाली नृत्य आकर्षण के केंद्र थे।
एनएसएस वॉलीन्टीयर रीया ने राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व का वर्णन किया। इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यातिथि अंजूम आरा ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। जिससे छात्राओं में देश व समाज सेवा की भावना पैदा होती है। उन्होंने अपने संबोधन में छात्राओं को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने की नसीयत दी व उन्होंने आईपीएच व आईएएस में जाने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि आज के दौर में छात्राओं को आत्मनिर्भर होना चाहिए, ताकि किसी पर निर्भर न रहे और उन्हें बेहतर भविष्य बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि छात्राओं को महिलाओं पर हो रहे अत्याचार का भी विरोध करना चाहिए।
इस अवसर पर उन्होंने साइबर क्राइम के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि पहला साइबर क्राइम 1821 ई. में हुआ व साइबर क्राइम के मामले में भारत यूएसए यूके के बाद तीसरे नम्बर पर है। उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम एक भयंकर बीमारी की तरह फैल रहा है। जिससे बचना एक महत्वपूर्ण चुनौती है। साइबर क्राइम के अपराधी कंप्यूटर मेलवर्क व मोबाइल के द्वारा व्यक्ति की निजी जानकारी हासिल कर देते है और उनका प्रयोग उनके ही विरूद्ध करते है। जैसे किसी ई-मेल आईडी हेक करके हेकर किसी के भी आर्थिक नुकसान पहुंचा सकते है व किसी के फोटो मोबाइल के साथ छेड़छाड़ करके उसका दुरूपयोग कर सकते है। अत: हमें अपनी व्यक्तिगत जानकारी फेसबुक व सोशल नेटवर्क पर नहीं डालनी चाहिए। उन्होंने बताया कि हमें डेबिट व क्रेडिट कार्उ इस्तेमाल करते समय सावधानियां बरतनी चाहिए। इन्हीं उपायों से हम साइबर क्राइम पर रोक लगा सकते है। इस अवसर पर कार्यवाहक प्रधानाचार्य रेणु सुमन, मनोरमा नेगी, राजेंद्र वर्मा, संजीव, सजोग भूषण व बचन सिंह भी मौजूद रहे।