कीक्ली रिपोर्टर, 27 अगस्त, 2016, शिमला
युवाओं को विभिन्न प्रकार के नशे के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव से अवगत कराने से नशा सेवन की बढ़ती प्रवृति को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यह बात आज उपायुक्त शिमला रोहन चंद ठाकुर ने गेयटी थियेटर में भांग व अफीम उन्मूलन अभियान के अंतर्गत स्कूली छात्रों के लिए पोस्टर मेंकिग प्रतियोगिता के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही।
ठाकुर ने कहा कि नशा अपने साथ विभिन्न प्रकार की बुराईयों व अपराध को जन्म देता है। नशे के सेवन से केवल धन की हानि ही नहीं होती, अपितु बुद्धि तथा स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने स्कूली छात्रों को इस बुराई से दूर रहने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि समाज में नशे के व्यापार में संलिप्त कारोबारियों का उद्देश्य युवाओं को अपने चंगुल में फंसाना है, जिसके लिए अभिभावकों व अध्यापकों को सचेत रहना होगा। उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि वह अपने बच्चों को ही नहीं, अपितु प्रत्येक बच्चे को नशे की प्रवृत्ति से दूर रखने का भरसक प्रयास करें। समाज में तीव्रता से फैल रही नशे की प्रवृति को रोकने के लिए प्रत्येक नागरिक को अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी।
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में शिमला के विभिन्न स्कूलों के 56 छात्र तथा नेहरू युवा क्लब के 4 युवाओं ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में तीन उत्कृष्ट प्रतिभागियों को विशेष कार्यक्रम के अंतर्गत सम्मानित किया जायेगा, जिसकी सूचना प्रशासन द्वारा सम्बन्धित स्कूल को दे दी जायेगी।
इस अवसर पर गेयटी के एमपी थियेटर में ‘आखिरी पल’ तथा ‘पवित्र मन’ लघु नाटिका का मंचन किया गया। इस नाटिका के माध्यम से उपस्थित जनसमूह को विभिन्न प्रकार के नशे के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में अवगत करवाया गया।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी सुनील शर्मा, सहायक आयुक्त ईशा ठाकुर, भावना शर्मा, जिला युवा समन्वयक प्रभात कुमार, सहायक निदेशक शिक्षा अजय शर्मा, जिला भाषा अधिकारी त्रिलोक सूर्यवंशी तथा विभिन्न स्कूलों के अध्यापक उपस्थित थे।