कीक्ली रिपोर्टर, 18 अगस्त, 2017, शिमला
छात्रों द्वारा मादक पदार्थों के उपयोग पर रोक लगाने के लिए स्कूल प्रबंधन एवं कर्मचारियों का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। यह विचार आज पुलिस अधीक्षक शिमला सौम्या सांबशिवन ने शिमला नगर के निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ इस संदर्भ में बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए।
सौम्या ने कहा कि बच्चों कों मादक पदार्थों से दूर रखने के लिए शिक्षक और स्कूल प्रबंधन को बच्चों की निगरानी अवश्य करनी चाहिए। किसी प्रकार के विपरीत लक्षण पाए जाने पर तुरंत पुलिस को सूचित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग का प्रयास है कि नशे की लत में संलिप्त बच्चों को पहचान कर, उन्हें परामर्श व पुनर्वास प्रदान कर समाज की मुख्य धारा में जोड़ा जा सके।
उन्होंने कहा कि शिक्षक या छात्र पुलिस विभाग के डीएसपी नारकोटिक्स बलवीर जसवाल मोबाईल नंबर 88947-28004 पर नशे में लिप्त बच्चे के बारे में संदेश, वटसऐप अथवा फोन कर सूचना भेज सकते हैं।
उन्होंने कहा कि स्कूल से छुट्टी के दौरान सादे कपड़ों में पुलिस कर्मचारियों को भी स्कूलों के आसपास तैनात किया जाएगा, ताकि वह इस संदर्भ में निगरानी रख सके ।
उन्होंने कहा कि वह प्रत्येक माह विभिन्न स्कूलों में जाकर मादक पदार्थों के दुष्परिणामों के संबंध में स्कूली बच्चों को जागृत भी करेंगे। पुलिस का यह प्रयास है कि नशे के दुष्प्रभावों से छात्रों व युवाओं को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए, ताकि वह समाज व देश के विकास में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर सके ।