कीकली रिपोर्टर, 10 अगस्त, 2018, शिमला
बच्चों में क्राफ़्ट कला गुणों को विकसित कर जीता सबका दिल
आर्ट हॉबी से जीवन का जुनून बन चुका ये सफर अब निरंतर रहेगा जारी — नेहा ग्रोवर
प्रकृति में चारों ओर फैली सुंदरता हर किसी को बरबस ही अपनी ओर खेंच लेती है। प्रकृति में मौजूद मनमोहक दृश्यों को परिकल्पनाओं के संगम से कागज पर उकेरना कला प्रेमी का शौक़ बनता चला जाता है । कला प्रेमियों की फेहरिस्त में कुछ ही शक्षीयते इस शौक़ को अपने व्यवसाय के रूप मे ढ़ाल पाती हैं । ऐसी ही एक शक्षीयत नेहा ग्रोवर का प्रकृति से प्रेम का ये शौक़, जुनून में तब्दील होकर आज ‘निक्की आर्ट्स’ व्यवसाय के रूप में नौनिहालों की छुपी प्रतिभा को बाहर निकालने का जरिया बन चुका है ।
कला के दम पर निरंतर खिलता जा रहा निक्की आर्ट्स आज नौनिहालों मे क्राफ्ट कला गुणों को विकसित कर हर किसी के दिल में जगह बनाने मे कामयाब हुआ है । पारिवारिक परिवेश में परिपक्वता के पायदान चढ़ता हुआ निक्की आर्ट्स आज राजधानी के विभिन्न स्कूलों में अपनी कला का प्रदर्शन कर बच्चों में उत्साह बिखेर रहा है ।
इसी कड़ी में वीरवार को राजधानी के पन्थाघाटी स्थित यूरो किड्स प्ले स्कूल में निक्की आर्ट्स द्वारा स्वतन्त्रता दिवस आगमन के मौके पर शांति थीम इवैंट आयोजित किया गया । एकदिवसीय इस इवैंट में स्कूल के 4 वर्ष के 40 नौनिहालों ने भाग लिया । इस इवैंट में नौनिहालों को पेंट्स व रंगों के माध्यम से पोपसिकल स्टिक्स फ़्लैग बनाना सिखाया व शांति का संदेश देने वाले सफ़ेद रंग का महत्व समझाते हुए भारतीय झंडे के विभिन्न रंगों के महत्व को समझाया ।
इस दौरान नौनिहालों ने क्राफ्ट कार्य कर खूब मनोरंजन किया । स्कूल प्रधानाचार्य दिशा रोच ने कीकली से बात करते हुए कहा की निक्की आर्ट्स निदेशक नेहा की कला-काबलियत मन मोह लेने वाली है, दिशा ने कहा की नेहा द्वारा इवैंट के दौरान बच्चों को बड़े ही प्यार से उनमें छुपी हुई प्रतिभा को बाहर निकाल कर निखारने का सफल कार्य अंजाम दिया जा रहा है जो काबिले तारीफ है I क्राफ्ट कार्य में भी नेहा घर की वेस्ट वस्तुओं का इस्तेमाल करती हैं जो अभिभावकों पर अतिरिक्त बोझ से बचाव का काम करता है ।
निक्की आर्ट्स निदेशक नेहा ग्रोवर ने कीकली से बात करते हुए निक्की आर्ट्स के अब तक के सफर के पलों को साझा करते हुए कहा की नौनिहालों में छुपी प्रतिभा को बाहर निकालने के साथ-साथ नौनिहालों का हुनर निखारना ही निक्की आर्ट्स का मुख्य उदेश्य है जो निरंतर जारी रहेगा । नेहा ने बताया की 2006 तक वयस्क होते-होते वे प्रकृति की सुंदरता देख चहक उठती थी, धीरे-धीरे मनमोहक दृशयों को कागज पर उकेरने की प्रक्रिया उनका शौक़ बनता चला गया और घर पर ड्राइंग क्लासेज क्रम के साथ पारिवारिक माहौल मे भाभियों के प्रोत्साहित करने पर ये शौक़ वर्ष 2012 मे व्यवसाय के रूप में बदल गया ।
नेहा के अनुसार ये गॉड-गिफ्ट आज उनके लिए वरदान बन गया है । अब-तक निक्की आर्ट्स राजधानी के विभिन्न स्कूलों मे अपनी कला का प्रदर्शन कर चुका है जिसके लिए उन्हें नाम-मात्र शुल्क की दरकार रहती है साथ ही वे अब विंटर इवैंट की ओर भी बड़ी हैं व नौनिहालों के साथ-साथ अब बढ़ा विद्यार्थी वर्ग भी आर्ट्स व क्राफ्ट ज्ञान की ओर अग्रसर हुआ है, छात्राओं द्वारा क्राफ्ट वर्क मे विशेष रुचि दिखाई जा रही है । नेहा अब-तक पन्थाघाटी स्थित यूरो किड्स स्कूल, न्यू शिमला यूरो किड्स, शैमरॉक स्कूल, ई सी आई शैले-डे स्कूल, आरकेएमवी इनरव्हील इंस्टीच्यूट व सेंट बीड्स मे भी क्राफ्ट आर्ट्स इवेंट आयोजित कर चुकी हैं ।
नेहा के अनुसार बच्चों को दबाव से मुक्त करने के लिए क्राफ्ट जैसी गतिविधियां उनमे प्रतिभा निखार के साथ-साथ मनोरंजन का साधन बनता जा रहा है, जो बच्चों के समग्र विकास मे सहयोगी साबित हो रहा है ।