कीक्ली ब्यूरो, 19 सितम्बर, 2015, शिमला
प्रदेश में साक्षरता दर बढ़ाने और शिक्षा में गुणवत्ता लाने में प्रदेश सरकार द्वारा सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानिया ने यह विचार आज स्वर्ण पब्लिक हाई स्कूल टुटीकंडी शिमला के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहे। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्या श्रीमती सीमा मेहता ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया व स्कूल की वार्षिक प्रतिवेदन रिपोर्ट पढ़ी व अन्य गतिविधियों से अवगत करवाया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की प्रदेश में शिक्षा के विकास में अहम भूमिका रही है। प्रदेश में स्कूलों के खेल कलैंडरों में निजी स्कूलों की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जल्द ही सरकारी व निजी स्कूलों के संयुक्त खेल कलैण्डर की मांग रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लागू होने से जहां सरकारी व निजी स्कूलों के बच्चों को परस्पर मंच सांझाकर एक दूसरे के प्रति व्यवहारिक जानकारी प्राप्त कर वहीं प्रतिस्पर्धा की भावना भी उत्पन्न होगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियां भी छात्र-छात्राओं के लिए अनिवार्य है। शिक्षा से जहां बौद्धिक विकास होता है, वहीं अन्य गतिविधियों से व्यक्तित्व और शारीरिक विकास के अतिरिक्त भविष्य के प्रति नई संभावनाओं का सृजन भी होता है।
इस अवसर पर उन्होंने सरकार की ओर से स्कूल को 11 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा भी की। उन्होंने विभिन्न शैक्षणिक, सांस्कृतिक व खेल गतिविधियों में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया।