कीकली रिपोर्टर, 29 अप्रैल, 2017, शिमला
भाषा एवं संस्कृति विभाग कला, संस्कृति और साहित्य की विभिन्न विधाओं में समय-समय पर राषट्रीय एवं अन्तरराष ट्रीय स्तर के अनेकों कार्यक्रम आयोजित करवाता रहता है। इसी कड़ी में विभाग त्रिदिवसीय हिमाचल आर्ट फैस्ट का आयोजन 28 से 30 अप्रैल तक कर रहा है।
भाषा विभाग द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय कला महोत्सव में 29 अप्रैल 2017 को दोपहर 02ः30 पर द-रिज मैदान षिमला मंे माननीय मुख्यमंत्री, वीरभद्र सिंह मुख्य अतिथि के रूप में पधारे। अनुराधा ठाकुर, प्रधान सचिव (भाषा-संस्कृति) ने माननीय मुख्यमंत्री को पुषपगुच्छ देकर हिमाचल आर्ट फैस्ट के कला पंडाल में स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री महोदय के साथ माननीय वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी, राज्य कॉपरेटिव बैंक के अध्यक्ष, हर्षा महाजन, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की निदेषक मानसी सहाय ठाकुर तथा भाषा एवं संस्कृति विभाग की अतिरिक्त निदेषक, प्रभा राजीव भी मौजूद रहे। मुख्य अतिथि ने प्रदेष एवं बाहर से आए हुए वरिषठ कलाकारों और प्रदेष के महाविद्यालयों एवं विद्यालयों के छात्रों द्वारा पंडाल में ही बनाई गई चित्र कलाकृतियों का अवलोकन किया।
कलाकृतियों के अवलोकन के पष्चात् गेयटी थियेटर के कान्फ्रैंस हॉल में अनुराधा ठाकुर, प्रधान सचिव (भाषा संस्कृति) ने विभाग की योजना के अन्तर्गत माननीय मुख्यमंत्री से हिमाचल प्रदेष के चित्र कलाकारों को प्रोत्साहन देने हेतु उनकी कलाकृतियों को आम जन तक पहुंचाने के लिए एक वैब पोर्टल का उद्घाटन करवाया।
इस मौके पर माननीय मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में विभाग को बधाई देते हुए कहा कि विभाग ने इस कार्यक्रम का आयोजन कर चित्रकला जगत में एक सराहनीय कार्य किया है उनका कहना था कि पर्यटक सीज़न के दौरान प्रतिवर्षा यह कार्यक्रम आयोजित किया जाए। उन्होंने विभाग की ललित कला छात्रवृति योजना की भी घोषणा की जिसमें प्रदेष एवं प्रदेष से बाहर पढ़ने बाले चित्रकला के छात्रों को प्रतिमाह ृ5000 और विद्यालय स्तर के विद्यार्थी को प्रतिमाह ृ3000 छात्रवृति प्रदान की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेष सरकार द्वारा चलाए जा रहे जवाहर लाल नेहरू, कला महाविद्यालय भवन का निर्माण कार्यषाीघ्र ही पूरा किया जाएगा और इस महाविद्यालय को एक आदर्ष कला महाविद्यालय बनाया जाएगा जिससे प्रदेष के कला से जुडे छात्रों को आगे आने का मौका मिलेगा। गौरतल्ब है कि ऑन लाईन की गई कलाकृतियों को यदि कोई खरीदना चाहे तो उसके लिए खरीदने वाला सीधे कलाकार से वैब पोर्टल के ज़रीए सम्पर्क कर सकता है। इसमें विभाग का कोई दखल नहीं होगा।