जिला उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि राजधानी शिमला की विशेष परिस्थितियों को देखते हुए सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करना एक साझा जिम्मेदारी है और इसके लिए सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करना होगा। वे सोमवार को बचत भवन सभागार में आयोजित सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला में बोल रहे थे, जिसमें पुलिस, स्वास्थ्य, परिवहन, शिक्षा विभाग सहित जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि शिमला में बढ़ती दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए विभागों को न केवल सामूहिक रणनीति बनानी होगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर उपमंडलवार विश्लेषण भी करना होगा। उन्होंने ‘राह वीर योजना’ की जानकारी देते हुए बताया कि घायल व्यक्तियों की सहायता करने वाले नागरिकों को ₹25,000 तक की प्रोत्साहन राशि दी जाती है, और ऐसे नागरिकों को राज्य स्तरीय कार्यक्रमों में सम्मानित भी किया जाता है।
उपायुक्त ने बताया कि दुर्घटना में घायल व्यक्ति को बिना अग्रिम भुगतान के सरकारी मान्यता प्राप्त अस्पतालों में ₹1.5 लाख तक का मुफ्त इलाज दिया जाता है। उन्होंने इस योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने आगे कहा कि राजधानी क्षेत्र में पुलिस को विशेष दबाव और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए उन्हें पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने सड़क पर चलते वाहन में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने और सनरूफ में खड़े होकर सेल्फी लेने की प्रवृत्ति को खतरनाक बताते हुए इस पर कड़ी निगरानी की आवश्यकता बताई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में पुलिस ही पहली प्रतिक्रिया इकाई होती है। पिछले 2–3 वर्षों में सड़क हादसों में लगभग 50% की कमी आई है, लेकिन विभाग को अभी और संसाधनों की आवश्यकता है, जैसे – वाहन, सीसीटीवी कैमरे और अन्य उपकरण।
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि भारत विश्व में सड़क दुर्घटनाओं के मामले में शीर्ष पर है, और 2030 तक इन्हें 50% तक कम करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य आमजन को यातायात नियमों के पालन के लिए प्रेरित करना है।
इस अवसर पर डीएसपी सड़क सुरक्षा दुष्यंत सरपाल ने ‘राह वीर योजना’ और हिट एंड रन मामलों की विस्तार से जानकारी दी। वहीं, बिग एफएम की आरजे शालिनी शर्मा ने सड़क सुरक्षा को लेकर अपने अनुभव साझा करते हुए जनभागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यशाला में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पंकज शर्मा, डीएसपी ट्रैफिक संदीप सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
