ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में शुक्रवार शाम सदाबहार अभिनेता देव आनंद की 102वीं जयंती मनाई गई, जहां थ्री आर्ट्स क्लब और कात्यायनी की संयुक्त प्रस्तुति ने दर्शकों को हिंदी सिनेमा के सुनहरे दौर की याद दिलाई। लेखक-निर्देशक-अभिनेत्री उनकी भांजी सोहेला कपूर की नाटकीय कहानी और अभिनेता निधिकान्त पाण्डेय के अभिनय ने देव आनंद के जीवन के अनमोल पहलुओं को जीवंत किया।
कार्यक्रम में देव आनंद के अमर गीतों ने जान डाल दी, जिन्हें उनके नाम के गायक देवानंद झा ने गाकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। केक कटने के साथ शुरू हुए इस समारोह में रिटायर्ड आईएएस श्रीनिवास जोशी और कीकली ट्रस्ट की वंदना भागरा का भी सम्मान किया गया।
श्रोताओं ने कलाकारों को तालियों से प्रोत्साहित किया और कई लोग देव आनंद के अंदाज़ में कपड़े पहनकर आए। निर्माता अनुराधा दर ने बताया कि यह प्रस्तुति देश के अन्य हिस्सों में भी दिखाई जाएगी।
कार्यक्रम का समापन देव आनंद के लोकप्रिय गीत “अभी ना जाओ छोड़कर कि दिल अभी भरा नहीं” की गुनगुनाहट के साथ हुआ, जिसने दर्शकों के दिलों में एक बार फिर देव आनंद का जादू जगाया।