बाल रंगमंच महोत्सव 2025 ने गेयटी थिएटर को बच्चों की कल्पनाओं, परंपरा की गहराइयों और सामाजिक चेतना से गूँजता एक जीवंत रंगमंच में बदल दिया। कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित यह अंतर-विद्यालयीय हिंदी नाटक प्रतियोगिता, बच्चों की कला प्रतिभा को मंच देने के साथ-साथ पीढ़ियों के संवाद, सांस्कृतिक मूल्यों और रचनात्मकता को जोड़ने का एक अभिनव प्रयास साबित हुई।
कार्यक्रम को सफल बनाने में भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग, समग्र शिक्षा विभाग, La Himalayas, HimachalTonite (मीडिया सहयोगी) और कई गुमनाम सहयोगियों, शिक्षकों व स्कूल प्रबंधनों की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही।
इस महोत्सव की सबसे बड़ी विशेषता थी – कहानियों के ज़रिए पीढ़ियों को जोड़ने का प्रयास। मंच पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत नाटकों ने जहां दर्शकों को भावविभोर किया, वहीं उन्होंने समाजिक मुद्दों, लैंगिक समानता, नैतिक मूल्यों और संवेदनशीलता जैसे विषयों को प्रभावी रूप में प्रस्तुत किया।
हर प्रस्तुति में बच्चों की ऊर्जा, मार्गदर्शन में शिक्षकों की संजीदगी, और दर्शकों की सहभागिता ने यह दर्शाया कि रंगमंच केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और शिक्षा का एक सशक्त मंच बन सकता है।
आज प्रस्तुत किए गए नाटक
| समय | विद्यालय | निर्देशक | नाटक का शीर्षक |
|---|---|---|---|
| 10:15–10:45 am | जी एस एस एस सरोग | आर्य शर्मा | देव: द ओमनीप्रेजेंट |
| 10:45–11:15 am | जी एस एस एस कदौर | स्नेहा हरनोट | वूमन आर मेड, नॉट बोर्न |
| 11:15–11:45 am | रूट्स कंट्री स्कूल | श्रीनिवास जोशी | कोरा कागज़ |
| 11:45–12:15 pm | भारती पब्लिक स्कूल | डॉ. जयवंती डिमरी | जमीर |
महोत्सव के समापन समारोह में निर्णायक मंडल ने मंचित नाटकों पर विचारशील टिप्पणियाँ साझा कीं। ख्यातिप्राप्त अभिनेता वीनीत कुमार ने विशेष अतिथि के रूप में बच्चों के साथ संवाद किया, और उनकी कल्पनाशीलता, टीमवर्क और सामाजिक दृष्टिकोण की सराहना की।
सभी प्रतिभागी टीमों को स्मृति चिह्न व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। पुरस्कारों की अंतिम सूची एक छवि के रूप में साझा की गई है। इस आयोजन ने बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों के मन में एक नई प्रेरणा और ऊर्जा का संचार किया है।
बाल रंगमंच महोत्सव 2025 न केवल एक प्रतियोगिता रहा, बल्कि एक संवाद मंच, शिक्षा की प्रयोगशाला और संस्कृति की जीवंत अभिव्यक्ति भी बनकर उभरा। यह पहल आने वाले वर्षों में भी इसी प्रकार सृजनात्मक पुल बनाती रहे – यही कामना है।
बाल रंगमंच महोत्सव 2025 का भव्य आग़ाज़ – गेयटी थिएटर बना कल्पनाओं का मंच












