राजकीय प्राथमिक पाठशाला चैली कलां और राजकीय माध्यमिक पाठशाला चैली के छात्रों और समस्त शिक्षकों ने गांव से सटे जंगल में 50 पौधे लगाए जिनमें देवदार,चीड़,काफल,बुरांश,दाड़ू के उपयोगी वृक्ष लगाए गए। बच्चों के साथ पाठशाला के सभी अध्यापकों ने सहयोग किया। ऑल इंडिया नवोदय वुमन द्वारा गठित अर्चिशा फाउन्डेशन की सदस्या व अध्यापिका कान्ता शर्मा और सभी संबंधित शिक्षकों ने “अर्चिशा उद्यान” लगाकर इस नेक कार्य को प्रकृति के संरक्षण हेतु समर्पित किया।
कान्ता शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार पहाड़ों में विकास के नाम पर भूमि का कटाव हो रहा है जिसका जीता जागता उदाहरण हाल में हिमाचल में आई बाढ़ व लैंड स्लाइड ने तबाही मचाई है उसे देखकर लगता है कि पेड़ और भूमि का कटाव कितना भयंकर साबित हो सकता है। पहाड़ों की सुंदरता को तो जैसे ग्रहण लग गया है। ऐसे में वृक्षारोपण जैसी मुहिम को तेज करना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी होनी चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को वृक्षारोपण करना चाहिए और पर्यावरण के संरक्षण हेतु सभी को जागरूक होना चाहिए।
बच्चे हमारा भविष्य है इसलिए अभी से इन्हें पर्यावरण संरक्षण जैसी मुहिम से जोड़ना अतिआवश्यक है ताकि इन्हें पर्यावरण किआवश्यकता और महत्ता का ज्ञान हो सके। उन्होंने कहा कि अर्चिशा फाउन्डेशन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण है और इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए इसकी छाप हिमाचल और संपूर्ण भारत में बनाने का संकल्प है। “होंगे यदि पेड़ तो सांसें चलती रहेगी, वरना हर सांस के लिए ज़िन्दगी तरसती रहेगी”।
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