कीकली रिपोर्टर, 1 दिसंबर, 2018, शिमला
बेकार वस्तुओं से आकर्षक नमूने ईजाद कर लूटी वाहवाही
शिमला के लौरेटो कान्वेंट ताराहाल स्कूल में जूनियर विंग के लिए कला व शिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। सिस्टर पुष्पा ने प्रदर्शनी का शुभारंभ किया व प्रदर्शनी का अवलोकन कर छात्राओं की कला काबलियत की सराहना की। एकदिवसीय प्रदर्शनी में नर्सरी से पाँचवीं तक की छात्राओं ने अपने कला प्रदर्शन के दौरान अनउपयोगी वस्तुओं का इस्तेमाल कर एक से एक आकर्षक नमूने तयार कर अपना हुनर प्रदर्शन दिखाया।
नर्सरी कक्षा की छात्राओं ने कागज के तरबूज, तोता, बतख व मेज़पोश बनाकर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया तो वहीं केजी की छात्राओं ने प्लेट से तितलियाँ, सैंटा क्लाज़ व घंटियाँ बनाई। पहली कक्षा की छात्राओं ने आयवरी कागज से काई, रीत, चूज़े बनाए तो वहीं टॉइलेट रोल् से पेंसिल होल्डर तयार किए साथ ही दीयों व सीडी से सजावटी सामान बनाया।
कक्षा दूसरी की छात्राओं ने बाग में परियों की कहानी द्वारा कागज के खरगोश, फूल, परियाँ व चुड़ैल तयार की तो इसी तरह पुरानी सी डी का इस्तेमाल कर सूरज, पेंसिल स्टैंड वहीं पुराने मोजों का इस्तेमाल कर स्नोमैन और कागज के फ़ोल्डर ईजाद किए। कक्षा तीसरी द्वारा आलू में टुथपिक लगाकर साही ऊन की गुड़िया, बोतल के पेंग्विन, पुरानी टी शर्ट के थैले, कागज़ के गिलासों से दीवारी सजावट तयार की।
कक्षा चौथी की छात्राओं द्वारा रस्सी से गमलों की सजावट, पुराने कागज़ के फ्रेम, पुराने दुपट्टों के तकिये व पायदान और जैम की बोतल के दिये बनाकर सबको हैरान कर डाला। कक्षा पाँचवीं की छात्राओं ने ऊन के कंबल, मफ्लर व पुरानी जीन से थैले, पुरानी टी शर्ट से तकिये व बलून के कटोरे, सीडी से टिशू तयार किए।
इसी तरह चौथी कक्षा की छात्राओं द्वारा लाइव परियोजना में टेरेस फ़ार्मिंग दिखाई गयी तो वहीं पाँचवी की छात्राओं ने सोलर सिस्टम, बिजली उत्पन्न, हवा उत्पन्न यंत्र, विंडमिल, तारहाल के मॉडल द्वारा बारिश के पानी की बचत, वृक्ष कटान, जल विद्युत परियोजना व गोबर गैस उत्पन्न परियोजना बनाकर विज्ञान के अद्भुत व बेजोड़ नमूने पेश किए।
ये कार्य अध्यापिकाओं के सहयोग से सम्पूर्ण हुआ जिसे अभिभावक वर्ग ने खूब सराहा।