शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज यहां राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय चौड़ा मैदान में आयोजित 3 दिवसीय हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इंटर कॉलेज बैडमिंटन छात्र चैंपियनशिप के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होनें कहा कि शिक्षा का सही तात्पर्य छात्र का सर्वागीन है। प्रदेश सरकार द्वारा खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए खेल प्रोत्साहन योजना शुरू की गई है। योजना के तहत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में खेल मैदानों का निर्माण किया जा रहा है। जिसके लिए 15 लाख रुपए की राशि प्रति मैदान निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि खेल मैदानों के निर्माण में युवाओं की प्रतिभा को निखारने के साथ साथ उनके स्वास्थ्य की रक्षा एवं नशे से दूर रखने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश से नेतृत्व कर रहे केन्द्रीय खेल एवं युवा सेवा तथा सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर के मार्गदर्शन से प्रदेश खेल के क्षेत्र में भी आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि शिमला नगर में खेल मैदानों के निर्माण के लिए स्थान की कमी के कारण जहां जहां स्थान मिल रहा है वहां पर खेल मैदान का निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों को अन्तराष्ट्रीय स्तर का उत्कृष्ठ प्रशिक्षण एवं सुविधाएं प्रदान कर अधिमान दिया गया है जिसके परिणामस्वरुप देश के खिलाड़ियों ने ओलोम्पिक में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर इस बार 7 पदक हासिल किए है। उन्होंने राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय चौड़ा मैदान शिमला को बैडमिंटन प्रतिस्पर्धा के आयोजन करवाने के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपनी ऐच्छिक निधि से महाविद्यालय को 51 हजार रुपए देने की घोषणा की। कार्यक्रम में प्राचार्य राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय चौड़ा मैदान डॉ अनुपमा गर्ग ने मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्य का स्वागत किया और बताया कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की अंतर महाविद्यालय छात्र बैडमिंटन स्पर्धा में प्रदेश की 29 टीमों ने भाग लिया जिसमे प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों से 174 छात्रों ने हिस्सा लिया था। इस अवसर पर भाजपा शिमला मंडल अध्यक्ष राजेश शारदा, भाजपा अनुसूचित जाति प्रदेश उपाध्यक्ष गौरव कश्यप , राजकीय महाविद्यालय संजौली प्राचार्य डॉ सीबी मेहता, राजकीय महाविद्यालय ठियोग प्राचार्य डॉ ललिता चंदन, फाइन आर्ट कॉलेज प्राचार्य डॉ मीना शर्मा, विश्वविद्यालय पर्यवेक्षक डॉ विनोद, प्रो महेश , प्रो भूपेंद्र ठाकुर, डॉ राजेंद्र सिंह राप्टा, डॉ अंजू ठाकुर, प्रो अंजना, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ हेमंत शर्मा तथा विभिन्न महाविद्यालयों के प्रवक्ता एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।