नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर आरोप लगाया है कि वह हिमाचल प्रदेश की विकास और आत्मनिर्भरता के रास्ते में बाधक बन रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार द्वारा शुरू की गई कई महत्वपूर्ण योजनाओं का बजट रोक दिया गया है, जिससे प्रदेश के लोगों को भारी असुविधा हो रही है।
जयराम ठाकुर ने विशेष रूप से हिमाचल पुष्प क्रांति योजना का उदाहरण देते हुए कहा कि यह योजना प्रदेश के फूलों की खेती को वैज्ञानिक और व्यावसायिक रूप से बढ़ावा दे रही थी। इस योजना के तहत किसानों को पॉलीहाउस, पॉलीटनल, पंखे, पैड आदि पर 85 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती थी और फूलों के परिवहन पर भारी छूट भी प्रदान की जाती थी। मात्र चार वर्षों में 1700 से अधिक किसानों ने इस योजना से लाभ लिया और उनके परिवारों की आय में 8 से 12 लाख रुपए की बढ़ोतरी हुई। साथ ही युवाओं का पलायन भी रुका था। लेकिन वर्तमान सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना को घोषित और अघोषित रूप से बंद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि यह केवल एक योजना का मामला नहीं है, बल्कि सुक्खू सरकार ने पूर्व सरकार की प्राकृतिक खेती, स्वावलंबन, सहारा, शगुन, हिम केयर जैसी जनहितकारी योजनाओं का भी बजट रोक कर निष्प्रभावी बना दिया है। ये योजनाएं ही हिमाचल को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने का रोड मैप थीं, जिनकी राह में वर्तमान सरकार रोड़े अटका रही है।
जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री से पूछा है कि क्या बजट रोककर ही हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा, और साथ ही यह भी कहा कि सरकार की यह कार्रवाई उनके आत्मनिर्भर हिमाचल के नारे की सच्चाई को उजागर करती है। उन्होंने आम जनता को चेतावनी दी कि सरकार की द्वेषपूर्ण राजनीति की वजह से आम आदमी को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है।