पोषण अभियान के उचित कार्यान्वयन और जिला में अभियान को जन आंदोलन का रूप देने के लिए आज बचत भवन शिमला में उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी की अध्यक्षता में पोषण अभियान के तहत जिला स्तरीय अभिसरण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। उपायुक्त ने बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य 0 से 6 आयु वर्ग के बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करने वाली माताओं के पोषण में सुधार लाना है। उन्होंने बताया कि 0 से 6 आयु वर्ग के बच्चों में स्टंटिंग को रोकने तथा कम करने, 0 से 6 आयु वर्ग के बच्चों में कुपोषण को रोकने तथा कम करने एवं जन्म के समय कम वजन को रोकने के लिए सालाना 2 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, वहीं एनीमिया को कम करने के लिए सालाना 3 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत पांच सूत्र, जिसमें प्रथम हजार दिन, एनीमिया निवारण, डायरिया प्रबंधन, साफ-सफाई एवं पौष्टिक आहार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। बैठक में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 4 अथवा 5 पर प्रदेश व जिला का तुलनात्मक विचार-विमर्श किया गया तथा सूचकवार बच्चों के विकास, निगरानी और ग्रह भ्रमण पर वर्तमान स्थिति का जायजा लिया।
उपायुक्त ने बताया कि जिले में गंभीर कुपोषित बच्चों और मध्यम कुपोषित बच्चों की सही संख्या की पहचान कर घर जाकर माता-पिता के साथ इस विषय पर विस्तारपूर्वक परामर्श किया जाएगा ताकि जिला कुपोषण मुक्त किया जा सके।उन्होंने बताया कि जिला द्वारा बच्चों के विकास की निगरानी के लिए शुरू की गई सुपोषण एक पहल के अंतर्गत बेहतर कार्य किया जा रहा है, जिसमें विभाग द्वारा दो कार्ड पिं्रट किए गए है, जिसमें एक कार्ड में बच्चे के स्तनपान व पूरक आहार की निगरानी तथा दूसरा जिले के प्रत्येक विकास खण्ड में चयनित 20 आंगनबाड़ी केन्द्र में किशोरियों में अनीमिया की स्थिति का पता लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश द्वारा जल्द ही पोषण अभियान की समीक्षा को लेकर बाल विकास परियोजना अधिकारियों तथा जिला के पर्यवेक्षकों के साथ बैठक का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए उन्होंने सभी अधिकारी अपने जिले का सही आंकड़ें तैयार रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करने का आग्रह किया ताकि पोषण अभियान के अंतर्गत तय लक्ष्य की प्राप्ति की जा सके। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी वंदना चैहान, जिला पंचायत अधिकारी विजय बरागटा, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।