नेशनल डिफेंस काॅलेज के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज यहां मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से शिष्टाचार भेंट की। प्रतिनिधिमंडल में भारत, नाइजिरिया, उजबेकिस्तान, बांग्लादेश ओर नेपाल के एयर मार्शल व ब्रिगेडियर स्तर के 20 सैन्य अधिकारी शामिल थे। यह दल राष्ट्रीय सुरक्षा और सामरिक अध्ययन के लिए 5 से 10 अप्रैल, 2021 तक हिमाचल प्रदेश के दौरे पर है।
इस दल का प्रदेश के दौरे का प्रमुख उद्देश्य यहां विकास के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी हासिल करना है जिसमें सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए विभिन्न राज्य प्रायोजित कार्यक्रम भी शामिल हैं।
प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देव भूमि के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश को वीर भूमि के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यहां के युवा बड़ी संख्या में देश के सैन्य बलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं जबकि एक लाख से अधिक पूर्व सैनिक भी हैं। उन्होंने कहा कि देश के प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ हिमाचल प्रदेश से ही थे। कारगिल युद्ध के लिए प्रदान किए गए चार परम वीर चक्रों में से दो यहां के बहादुर सैनिकों को प्रदान किए गए थे।
उन्होंने कहा के प्रदेश सरकार ने पूर्व सैनिकों और सेवारत सैनिकों के परिवारों के कल्याण के लिए कई योजनाएं कार्यान्वित की हैं। पूर्व सैनिकों का कल्याण सुनिश्चित बनाने के उद्देश्य से पूर्व सैनिक कल्याण निगम का गठन किया गया है और उन्हें सरकारी क्षेत्र में रोजगार के भी पर्याप्त अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन, उद्योग, जलविद्युत, साहसिक खेलों और संबद्ध क्षेत्रों में व्यापक क्षमता है। सेब उत्पादन, गैर-मौसमी सब्जियों के उत्पादन और प्राकृतिक खेती में भी प्रदेश ने अपनी विशेष पहचान बनाई है। अटल टनल रोहतांग के निर्माण से खूबसूरत लाहौल घाटी पर्यटकों के लिए खुली है जिसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष किया था। इस सुरंग के निर्माण से जहां जनजातीय जिले लाहौल-स्पिति को वर्ष भर सम्पर्क की सुविधा मिली है वहीं सामरिक दृष्टि से भी यह बहुत महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं और प्रदेश के विकास के लिए आरंभ की गई विकासात्मक परियोजनाओं के बारे में भी उन्हें जानकारी दी।
एयर मार्शल कमांडेंट डी. चैधरी, एवीएसएम, वीएम, वीएसएम ने अपने विचार साझा करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल कई सदस्यों ने मुख्यमंत्री के साथ अपने अनुभवों को साझा किया।
प्रतिनिधिमंडल में एयर वाइस मार्शल बी.वी उपाध्याय, विंग कमांडर तरूणा सिंह, जी.वी मनोज कुमार, कमांडर विवेक दहिया, बिग्रेडियर एस.के भांभू, मेजर किम हेरियोट, बिग्रेडियर वी. शर्मा, कर्नल रवींद्र खत्री, महेश कुमार राॅय, पंकज पचनंदा, एयर कमांडर डी.एस जोशी, ब्रिगेडियर जनरल अब्दुल्ला जुहुरी, ब्रिगेडियर सुभाशीष दास, कर्नल सोनम पेंजोरे, एयर कमांडर एम.के मेहरा, ब्रिगेडियर संजीव लुथरा, कर्नल ए.डी युसुफ, ब्रिगेडियर ए.के पुंडीर, राघवेंद्र सिंह व प्रताप सिंह शामिल थे।
मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जमवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी शर्मा, विशेष सचिव राखी कहलों, हिप्पा की अतिरिक्त निदेशक ज्योति राणा भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।