हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा आज घोषित किये गये दसवीं कक्षा के परीक्षा में हिमाचल शिक्षा समिति सम्बद्ध विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मन्दिरों के छात्रों ने श्रेष्ठ प्रदर्शन कर प्रदेश मैरिट सूची में 6 स्थान प्राप्त कर अपना दबदबा कायम रखा है। यह पहली बार नहीं है, बल्कि हर बोर्ड रिजल्ट में विद्या भारती के छात्र बेहतर प्रदर्शन करते हैं। इसकी एक वजह भी है। विद्या भारती संगठन अपने स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखने के लिए बुनियादों सूत्रों पर सतत रूप से काम करता है। यही सूत्र विद्या भारती के छात्रों की कामयाबी की वजह भी हैं। विद्या भारती के विद्यालयों के आचार्यों का समर्पण सबसे महत्वूर्ण है। विद्यालय समय और विद्यालय के बाद भी आचार्य अपने छात्रों के बौद्धिक और सांस्कृतिक विकास के लिए प्रयासरत रहते हैं। मैरिट में छात्रों का प्रदर्शन इस प्रकार रहा:-
छात्र/छात्रा का नाम | मैरिट में स्थान | प्राप्त अंक | विद्यालय का नाम |
प्रियंका | पहला | 693 (99%) | सरस्वती विद्या मंदिर तत्तापानी त० करसोग जिला मण्डी |
आदित्य संख्यान | दूसरा | 692 (98.86%) | सरस्वती विद्या मंदिर हटवाड़ त० घुमारवीं जिला बिलासपुर |
अंशुल ठाकुर | तीसरा | 691 (98.71%) | सरस्वती विद्या मंदिर मोहीं (गोपालपुर) त० सरकाघाट जिला मण्डी |
सूजल भारद्वाज | सातवां | 687 (98.14%) | सरस्वती विद्या मंदिर फतेहपुर त० फतेहपुर जिला कांगड़ा |
हर्षिता शर्मा | दसवां | 684 (97.71%) | सरस्वती विद्या मंदिर निहाल सेक्टर त० व जिला बिलासपुर |
अंकित कुमार | दसवां | 684 (97.71%) | सरस्वती विद्या मंदिर प्रागपुर त० देहरा जिला कांगड़ा |
विद्या भारती उत्तर क्षेत्र प्रचार प्रभारी राजेन्द्र कुमार एवं हिमाचल शिक्षा समिति के प्रांत संगठन मंत्री ज्ञान सिंह ने इस उपलब्धि के लिए छात्रों एवं आचार्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा, संस्कार और संस्कृति के लिए समर्पित सरस्वती विद्या मन्दिरों के भैया-बहिन प्रतिवर्ष मैरिट सूची में स्थान प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के परीक्षा परिणाम में अभिभावकों की सक्रियता व जागरूकता महत्वपूर्ण होती है।
सरस्वती विद्या मन्दिरों में वर्तमान समय की आवश्यकताओं को देखते हुए आचार्यों के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। आचार्यगण को शिक्षा में आ रहे बदलाव, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रति अपडेट रखा जा रहा है और नई विधाओं की सतत जानकारी दी जाती है। वर्तमान में 26 जून 2022 से 26 जुलाई 2022 तक सरस्वती विद्या मन्दिर बिलासपुर में 30 दिनों का प्रशिक्षण वर्ग चल रहा है, जिसमें आचार्यों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
विद्या भारती संगठन महज शिक्षण संस्थान भर नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र सेवा का मिशन है। इस मिशन से जुड़ा प्रत्येक व्यक्ति किसी समयावधि में बंधकर काम नहीं करता। बल्कि 24 घंटे समर्पित भाव से कार्य करता है। विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मन्दिर पूरे प्रदेश में शिक्षा की एक अलग ज्योति जला रहे हैं। ये विद्यालय बेहतर शिक्षा के साथ संस्कारवान व चरित्रवान शिक्षा भी देने का काम कर रहे हैं। यही विद्या भारती के छात्रों की कामयाबी की वजह है।