बालिका की गरीमा के प्रतीक राष्ट्रीय बालिका सप्ताह का शुभारम्भ आज 19 जनवरी को सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत तकलेच (रामपुर बुशहर) से माननीय लोक निर्माण मंत्री श्री विक्रमादित्य सिंह जी द्वारा हस्ताक्षर अभियान के साथ शुरू किया गया। जिलाधीश शिमला आदित्य नेगी ने बताया कि बेटी बचाओ, बेटी पढाओ के तहत 19 जनवरी से 24 जनवरी तक सभी बाल विकास, परियोजनाओं, पर्यवेक्षक वृतो और 2154 आंगनवाडी केन्द्रों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
समाज में लड़कियों से हो रहे भेदभाव को मिटाने के उद्देश्य से इस साप्ताहिक जागरुकता कार्यक्रम में बालिकाओं के उत्थान के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें 19 जनवरी को जिला शिमला की सभी आंगनबाडी केन्द्रों में बेटियों को बचाने की शपथ ली गई। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमति ममता पॉल ने बताया कि जिला की सभी आंगनबाडी केन्द्रों में २० जनवरी को महिला सभा बाल संरक्षण, बाल लिंगानुपात के बारे में बालिका जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमे बालिकाओं को कुशल प्रशिक्षण बारे में जागरुक किया जाएगा, जिसमें पंचायत प्रतिनिधियों की भागेदारी भी सुनिश्चित की जाएगी ।
२२ जनवरी को पोस्टर व स्लोग्न राइटिंग व वॉल पेंटिंग प्रतियोगिताएं करवाई जाएगी, जिसके बच्चों के खेलों व अन्य गतिविधियों में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी जाएगी। इसी तरह चौथे दिन 23 जनवरी को बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ के तहत सामुदायिक कार्यक्रम के अन्तर्गत बाल विवाह के प्रति जागरुक किया जाएगा तथा इसके अलावा मासिक धर्म व स्वच्छता पर भी कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें शिक्षा, खेल के अन्य सामाजिक गतिविधियों में उत्कृष्ठ प्रर्दशन करने वाली बालिकाओ को सम्मानित किया जाएगा। 24 जनवरी को बालिका दिवस मनाने की वजह यह है कि इस दिन श्रीमति इंदिरा गांधी ने पहली बार महिला प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। इसका मकसद बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है ।