कीकली ब्यूरो, 11 अक्टूबर, 2019, शिमला
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बालिकाओं को सम्मान प्रदान करने तथा बालिकाओं के अधिकारों की पूर्ति के लिए अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस प्रतिवर्ष 11 अक्तूबर को आयोजित किया जाता है। निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग कृतिका कुलहारी ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर स्कूल में इस दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम के तहत आयोजित बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि महिलाओं की शिक्षा, सही पोषण व समाज में सम्मान प्रदान करने के उद्देश्य से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं कार्यक्रम में प्रदेश व केन्द्र सरकार द्वारा अनेक योजनाएं आरम्भ की गई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को शिक्षा प्राप्त कर भविष्य निर्माण के प्रति सजग होना चाहिए क्योंकि नारी शक्ति पर प्रदेश व देश का भविष्य निर्भर करता है।
उन्होंने कहा कि समाज में बालिकाओं को सही अवसर मिलें इस दृष्टि से भी विभाग द्वारा विभिन्न स्तरों पर जानकारी व जागरूकता प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि संस्कृति और धर्म के आधार पर हमारे देश में नारी का सम्मान किया जाता है, उसी के अनुरूप हम सामाजिक तौर पर बालिकाओं को पूजनीय और उच्च स्थान प्रदान करें। इसके लिए हम सबको मिलकर प्रयास करने होंगे।
अतिरिक्त उपायुक्त अपूर्व देवगन ने अपने संबोधन में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की सफलता के लिए सभी के सहयोग की अपील की। कार्यक्रम में डॉ. गोपाल आशीष ने पीसीपीएनडीटी और बालिकाओं के स्वास्थ्य व पोषण संबंधी जानकारी सांझा की।
कार्यक्रम में राजकीय कन्या महाविद्यालय द्वारा समूहगान व लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लक्कड़ बाजार की छात्राओं द्वारा बाल विवाह, गीत नाटक अत्यंत मार्मिक रूप में प्रस्तुत किया गया, जिसकी सबने सराहना की। शिमला शहरी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा बेटी है अनमोल, बेटी को हमे बचाना है, बेटी को हमें पढ़ाना है नाटी प्रस्तुत की गई तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर की छात्राओं ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ स्कीट प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी ईरा तनवर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों के प्रति बालिकाओं को अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि जिला के प्रत्येक खण्ड में आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में गोविन्द नगर की साक्षी शर्मा प्रथम, कैंथू स्कूल के अजय द्वितीय व मोहित तृतीय रहें।
कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जितेन्द्र चैहान, महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी शिमला (शहरी) ममता पॉल एवं कुंदन तथा पोर्टमोर स्कूल के शिक्षक एवं छात्राएं उपस्थित थी।