हिंदी पाठकों के लिए मलयालम कहानियों का संग्रह – दो नई किताबों का भव्य विमोचन
मलयाळम कहानी संग्रह का ब्लर्ब "दक्षिण भारत के सुदूर कोने में बसे केरल की मातृभाषा मलयालमए साहित्यिक दृष्टि से बहुत समृद्ध है। लेकिन इस...
गागर में सागर भरने का नाम है लघुकथा – रणजोध सिंह
लघुकथा का ज़िक्र आते ही ज़ेहन में उस सारगर्भित कहानी का चित्र उभरता है जो अपनी बात सीधे-सीधे बिना किसी विस्तार से, बिना किसी...
गेयटी में हेमराज कौशिक की पुस्तक ‘हिमाचल की हिन्दी कहानी का विकास एवं विश्लेषण’ का लोकार्पण
हिमालय साहित्य संस्कृति मंच और ओजस सेंटर फार आर्ट एंड लीडरशिप डैवलपमेंट द्वारा राष्ट्रीय पुस्तक मेला शिमला के अवसर पर गेयटी सभागार में समकालीन...
‘दास्तान – कहानियों की दुनिया’ पुस्तक का अनावरण: SJVN की कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत कहानी लेखन प्रतियोगिताएं
SJVN द्वारा राजभाषा हिंदी के प्रोत्साहन की कड़ी में स्कूली विद्यार्थियों के मध्य हिंदी के प्रचार-प्रसार और हिंदी साहित्य के वर्चस्व को बरक़रार रखने...
मां : डॉ. कमल के प्यासा की कविता
प्रेषक : डॉ. कमल के . प्यासामां,अम्मा,अम्मी,मम्मी या माममाता,मैया, माई या माऊहर शब्द में छिपी है ममता तेरी मांतुम्हें किस नाम से पुकारूं...
डॉ. कमल के. प्यासा की कलम से ‘शक्कर खोरा’ का अद्वितीय परिप्रेक्ष्य
उसकी दाढ़ी के बाल लम्बे लम्बे व उलझे हुवे हैं। शकल सूरत व बोलचाल से वह यू पी बिहार का लगता है। वह जहां...