खुलकर मुस्कुराया करो
प्रो. रणजोध सिंह हर वक्त संजीदा रहना
कोई अच्छी बात नहीं
खुलकर मुस्कुराया करो।
बारिशों का मौसम है
जनाब! कभी-कभी
थोड़ा भीग भी जाया करो।माना इस जहाँ में
पूरी नहीं होती...
वो बंधन रक्षाबंधन कहलाता है
डॉ. जय महलवाल (अनजान) भाई बहन के प्यार को जो दर्शाता है,
वो बंधन सबसे प्यारा होता है,
भाई बहन की रक्षा की कसम खाता है,
वो बंधन...
बेकार की बातें (लघुकथा)
रणजोध सिंहहर कवि मंच पर आते ही औपचारिकतावश सर्वप्रथम आयोजकों का धन्यवाद व तारीफ़ कर रहा था, विशेष रूप से मुख्य आयोजक की।...
Babu Ji
Prof. (Dr.) Yogesh Chander SoodThe old manLoving calledBabu JiBy his family proudRetired from a postCoveted and highThe only sonOf the veteran greatWent abroadWith...
पुस्तक मेले में बाल साहित्य की भरमार
शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर सजे पुस्तक मेले में विभिन्न प्रकाशकों द्वारा प्रदर्शित पुस्तकों में बाल साहित्य की भरमार है। इन पुस्तकों में कविता,...
ज़हर बेचते नशे मौत के सौदागर
डॉ. कमल के. प्यासाकितने उजड़ेकितने बिखरेकितने बेमौत मरेनशे के चक्कर में।फिर भी हैं नहीं शरमातेसारे आम ज़हर बेचते ये नशे मौत के सौदागर। आज फिर...