पर्यावरण के रक्षक — हमारे पेड़ पौधे: डॉ कमल के प्यासा
डॉ कमल के 'प्यासा', पंजाबआज विश्व भर में त्राहि त्राहि और हाय तौबा मची है।कहीं जंगल धधक रहे हैं, कहीं समुद्री तूफानों व जलजलों...
देवशयनी एकादशी पर विशेष
वामन अवतार भगवान विष्णु ने प्रसन्न हो कर राजा बलि को पाताल लोक दिया थाडॉ. कमल के. प्यासातरह तरह की एकादशियों में...
लकीरें: एक कविता
डॉ. कमल के. प्यासाखड़ी पड़ी,आड़ी तिरछी,टेढ़ी मेढ़ी,आधी अधूरी,इधर उधर,यहां वहां,कहीं भी हों लकीरें। लकीरें,बांटती हैं,काटती हैं,तोड़ती (मिटाती),फोड़ती (गंवाती),दरारें डालती हैं!लकीरें कलम की, तलवार की,...
यादें: एक कविता
डॉ. कमल के. प्यासायादें
याद आती हैं
जाती नहीं,
याद ही रह जाती हैं
जिंदगी भर!यादें
यादों में रह कर
आती हैं सताती हैं,
कमबख्त तरह तरह की
फितरतें दिखा,
खूब...
विश्व तंबाकू निषेध दिवस विशेष: डॉ. कमल के. प्यासा
डॉ. कमल के. प्यासानशा किसी भी प्रकार का क्यों न हो, होता घातक ही है और आखिर में इसके दुष्परिणाम ही निकलते हैं। यदि...
आदि गुरु शंकराचार्य जयंती विशेष: डॉ. कमल के. प्यासा
सनातन चिंतन को बचाए रखने के लिए चार धामों का गठन आदि गुरु शंकराचार्य ने किया थाअपनी प्राचीन संस्कृति व धर्म की जब...