सुनहरे पल (लघुकथा)
रणजोध सिंहशर्मा जी एक साधन संपन्न परिवार के मुखिया थे| उनके घर के हर कमरे में पंखा तथा ऐ.सी. (वातानुकूलक यंत्र) लगा हुआ था|...
Ode to my shoes
Divyh Vashisht
My blue running shoes are very cool and it makes many girls drool,
Seeing them I feel elated and wearing them I feel rejuvenated.They...
Complicated Minds
Shiju H. Pallithazheth She is quite wacky;
During extremes, quite cracky!
By nature, unusual and unpredictable,
But look wise, quite irresistible!
You would have come across many such rare...
My Guru
Dr. Yogesh Chander SoodThere was a big hotel In the city great The owner came there Off and on To see his hotel's fate...
गेयटी में होगा कुल राजीव पंत के कविता संग्रह – ‘पृथ्वी किताबें नहीं पढ़ती‘ का विमोचन
शिमला: प्रदेश के वरिष्ठ कवि कुल राजीव पंत के पहले कविता संग्रह "पृथ्वी किताबें नहीं पढ़ती" का विमोचन समारोह आगामी रविवार 21 जुलाई 2024...
यादें: एक कविता
डॉ. कमल के. प्यासायादें
याद आती हैं
जाती नहीं,
याद ही रह जाती हैं
जिंदगी भर!यादें
यादों में रह कर
आती हैं सताती हैं,
कमबख्त तरह तरह की
फितरतें दिखा,
खूब...