ज़ैद – एक शुरुआत लेखक अंशुल खर्रा — समीक्षा
समीक्षक - कुसुम ज़ैद - एक शुरुआत लेखक अंशुल खर्रा -- इस उपन्यास की कहानी ज़ैद के आस-पास ही दौड़ती हुई नजर आती है। कहानी...
नहीं भूलते यादों के वह ख़ज़ाने — रविंदर कुमार शर्मा
रविंदर कुमार शर्मा, घुमारवीं, जिला बिलासपुररहते हैं संग मेरे वो यादों के खजानें
याद आते हैं वो अपने जो अब हो गए बेगाने
नहीं भूलते यादों...
लाइफ सर्टिफिकेट (लघु कथा) — रविंदर कुमार शर्मा
रविंदर कुमार शर्मा, घुमारवीं, जिला बिलासपुरघर के अंदर से राजो के कराहने की आवाज आ रही थी जो पिछले काफी समय से बीमार चल...
सुनहरे पल (लघुकथा)
रणजोध सिंहशर्मा जी एक साधन संपन्न परिवार के मुखिया थे| उनके घर के हर कमरे में पंखा तथा ऐ.सी. (वातानुकूलक यंत्र) लगा हुआ था|...
मुंशी प्रेमचंद भारतीय साहित्य के अविस्मरणीय लेखक – आत्मा रंजन
आज शिमला के ऐतिहासिक गेयटी के कॉन्फ्रेंस हॉल में जनचेतना संस्था द्वारा प्रेमचन्द जयंती सप्ताह के संदर्भ में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया...
बेकार की बातें (लघुकथा)
रणजोध सिंहहर कवि मंच पर आते ही औपचारिकतावश सर्वप्रथम आयोजकों का धन्यवाद व तारीफ़ कर रहा था, विशेष रूप से मुख्य आयोजक की।...