March 10, 2025

वरिष्ठ साहित्यकारा प्रोमिला भारद्वाज: एक साहित्यिक यात्रा

Date:

Share post:

जिला मंडी के जोगिन्दर नगर की वरिष्ठ साहित्यकारा एवं लेखिका प्रोमिला भारद्वाज लेखन के क्षेत्र में किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। जिला हमीरपुर में 16 नवम्बर, 1962 को माता जमुना देवी व पिता मेजर पुन्नु राम शर्मा के घर जन्मी प्रोमिला भारद्वाज शुरू से पढ़़ने लिखने में होशियार थी। आरंभिक पढाई करने के बाद कालेज में दाखिला लेकर बीए आनर्स व एमए (अंग्रेजी साहित्य) में किया। पंजाब विश्वविद्यालय चडीगढ़ से बीएड करने के बाद में 1986-87 में राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल लठियानी जिला ऊना में शिक्षा विभाग में एक वर्ष तक अंग्रेजी प्रवक्ता के लिए चयन हुआ। सन् 1988 में हिमाचल प्रदेश सरकार के उद्योग विभाग में नियुक्त हुई।

इनकी शादी मण्डी जिला के जोगिन्दर नगर में भारद्वाज परिवार में भारतेंदु भारद्वाज के साथ हुई। उद्योग विभाग में 32 वर्ष सेवा करने के बाद नवम्बर-2020 में जिला बिलासपुर से महाप्रबंधक के पद से सेवानिवृत हुई है। हाल ही में लेखिका प्रोमिला भारद्वाज की शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में हिमाचल निर्माता डॉ यशवंत सिंह परमार जयंती समारोह के अवसर पर उनके द्वारा किशोरावस्था में लिखी गई अंग्रेजी कविताओं की तीन पुस्तकों Mystical Musings of a Teen Girl, Quenchless Quest of Teen Girl और Dynamic Dreamworld of Teen Girl का विमोचन सचिव भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश राकेश कँवर और निर्देशक भाषा, संस्कृति विभाग पंकज ललित, प्रशासनिक अधिकारी श्रीनिवास जोशी व पूर्व सचिव भाषा कला अकादमी हिमाचल प्रदेश जगदीश शर्मा के कर कमलों द्वारा किया गया।

लेखिका प्रोमिला भारद्वाज द्वारा लिखित उनकी इन अंग्रेजी के तीनों सग्रहों का भारतीय पुस्तक न्यास ने चयन कर लंदन इंटरनेशनल बुक फेयर, पैरिस बुक फेयर और आबू धाबी इंटरनेशनल बुक फेयर में प्रदर्शित की जा चुकी है। लेखिका का लेखन सफर प्रोमिला भारद्वाज ने लेखन का सफर वर्ष 1985 से शुरू किया तो फिर पिछे मुड़ कर नहीं देखा और लेखन का सफर जारी रखते हुए हिमाचल प्रदेश से प्रकाशित विपाशा, हिमप्रस्थ, सोमसी, गिरिराज, सृजन सरिता, हिम खण्ड व शब्द मंच पत्रिकाओं तथा अमर उजाला, दैनिक भास्कर, दिव्य हिमाचल, दैनिक जागरण व पंजाब केसरी दैनिक पत्रों में लगातार रचनाएं प्रकाशन के लिए भेजती रही जो प्रकाशित होने लगी।

उसके बाद विभिन्न राज्यों की साहित्यिक पत्रिकाओं में अभिनव, इमरोज,, साहित्य गुँजन, साहित्य समर्था, राष्ट्रीय मयूर, शैल सूत्र, शुभ तारिका, शाश्वत सृजन, सदीनामा, रिफलैक्शन आदि तथा राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय, हिन्दी व अंग्रेजी पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित होने लगी। प्रोमिला भारद्वाज ने बताया कि आज तक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक काव्य संकलनों में हिन्दी व अंग्रेजी भाषाओं में लगभग 300 रचनाएँ प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी कुछ कविताएँ पंजाबी में अनुवादित हो कर पंजाबी पत्रिका प्रतिमान में भी प्रकाशित हुई है। लेखिका प्रोमिला भारद्वाज का पहला काव्य संग्रह स्वर लहरियाँ 2010 में प्रकाशित हुआ जबकि दुसरा काव्य संग्रह अँजुरी भर आस 2018 में प्रकाशित हुआ।

उनके द्वारा किशोरावस्था में लिखी गई अंग्रेजी काव्य संग्रह की तीन पुस्तकों Mystical Musings of a Teen Girl, Quenchless Quest of Teen Girl और Dynamic Dreamworld of Teen Girl का विमोचन हाल ही शिमला में एक समारोह में हुआ। इनमें से अँजुरी भर आस का अंग्रेजी में अनुवाद हो चुका है और कुछ कविताओं का अनुवाद पंजाबी में भी हो चुका है। प्राप्त सम्मान लेखिका प्रोमिला भारद्वाज विभिन्न राज्यों की साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्थाओं तथा अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक संस्थाओं द्वारा लगभग 150 सम्मान प्राप्त कर सम्मानित हो चुकी है। युवा समूह प्रकाशन वर्धा, महाराष्ट्र द्वारा आयोजित राष्ट्रीय आइडल कविता स्पर्धा में 2011 में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है।

आन लाइन साहित्यिक समूहों की साहित्यिक स्पर्धाओं में कई बार प्रथम पुरस्कार प्राप्त किए है। दूरदर्शन के साधना चैनल, विभिन्न साहित्यिक संस्थानों, भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश और हिमाचल भाषा कला संस्कृति अकादमी द्वारा आयोजित साहित्यिक एवं काव्य सम्मेलनों में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा चुकी है। महिला एवं बाल विकास विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा वर्ष 2021 में उत्कृष्ठ लेखन एवं काव्य संग्रह प्रकाशन के लिए सम्मानित किया गया। वर्तमान में प्रोमिला भारद्वाज फ्लैट नम्बर 101 शिमला रॉयल रेजिडेंसी, लोअर पंथाघाटी, शिमला पिन कोड-171013 (हिमाचल प्रदेश) में रह रही है और इनका फोन नम्बर 9418004032 है।

CM Sukhu Assesses Flood Hit Areas, Pledges Support

Daily News Bulletin

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

Water Conservation: A Story of Revival and Hope

In the village of Sarog, situated in the Theog area, a once vibrant and essential pond had been...

Darshan Singh Sachdev: A Thai Sikh’s Profound Love for the Royal Family

 Darshan Singh Sachdev, a second-generation Indian-origin, turban-wearing Thai Sikh, also known by his Thai name Sakda Sachamitr, consistently...

Dr. Yunus Launches Special Campaign Against Illegal Mining to Curb Offenders

Director of Industries Dr. Yunus said that the department is committed to curbing illegal mining activities and taking...

गुप्तेश्वर नाथ उपाध्याय के कहानी संग्रह “जब सूरज को रोना आया” का विमोचन

आज कीकली चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा गुप्तेश्वर नाथ उपाध्याय के कहानी संग्रह "जब सूरज को रोना आया" का विमोचन...