क्रिसमस और विंटर कार्निवल के चलते शिमला में देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। ऐसे समय में पहाड़ों की रानी शिमला को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना नगर निगम शिमला के सफाई कर्मचारियों की मेहनत का परिणाम है। भारी भीड़ और ठंड के बावजूद ये कर्मयोगी देर रात तक ड्यूटी निभाकर शहर को चमकता रखते हैं।
नगर निगम ने शहर को चार ज़ोन—एजी चौक, शिल्ली चौक, स्कैंडल प्वाइंट और आईजीएमसी क्षेत्र—में विभाजित किया है, ताकि सफाई व्यवस्था प्रभावी ढंग से चल सके। स्वास्थ्य एवं सैनिटरी इंस्पेक्टर रजनीश बरार खुद इन ज़ोन की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पर्यटक बड़ी संख्या में आने के कारण सड़क और सार्वजनिक स्थलों पर कचरा तेजी से बढ़ रहा है, जिसे उठाने के लिए नगर निगम की दो इलेक्ट्रिक गाड़ियां तुरंत मौके पर भेजी जाती हैं।
वर्तमान में 30 से 40 सफाई कर्मचारी इन चारों ज़ोन की देखभाल कर रहे हैं। भीड़ और मौसम की कठिनाईयों के बावजूद कई बार कर्मचारियों को रात डेढ़ बजे तक काम करना पड़ता है, ताकि सुबह शहर स्वच्छ नजर आए। ठंडी रातों में जब पूरा शहर उत्सव और रोशनी में डूबा होता है, ये कर्मयोगी बिना शोर-शराबे अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं। कई कर्मचारी घरों से दूर, अपने परिवार और बच्चों को सोता छोड़कर सड़कों पर उतरते हैं, ताकि शहर आने वाले हर पर्यटक को स्वच्छ और व्यवस्थित शहर दिखे।
हाल ही में उपायुक्त अनुपम कश्यप और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने सफाई कर्मचारियों से बातचीत की और उनके साथ तस्वीरें लीं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। उन्होंने कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “आप सभी की मेहनत की वजह से ही हमारा शिमला स्वच्छ और सुंदर बना हुआ है। आपकी सेवाएं हम सभी के लिए प्रेरणादायक हैं।”
टूरिस्ट सीजन और विंटर कार्निवल की चकाचौंध के पीछे यह मेहनत अक्सर दिखाई नहीं देती, लेकिन यही कर्मयोगी हर रात शहर को संवारकर पहाड़ों की रानी की गरिमा बनाए रखते हैं। ये ‘Human Angels’ शिमला की असली पहचान और खूबसूरती के संरक्षक हैं।


