शिमला: मोहित चावला, डीआईजी साइबर क्राइम हिमाचल प्रदेश ने जून 9 को ऑल इंडिया आर्टिस्ट एसोसिएशन के नृत्य एवम् नाट्य प्रतियोगिता कार्यक्रम के अन्तर्गत लेखिका सविता बंटा के दूसरे काव्य संग्रह पगडंडियां का विमोचन गेयटी थियेटर शिमला में किया। उन्होंने कहां कि पगडंडियों के माध्यम से लेखिका समाज को नई चेतना के संबंध में विचार प्रस्तुत करती है । काव्य संग्रह पगडंडियों में लेखिका द्वारा विविध समसामयिक विषयों को अत्यंत प्रभावपूर्ण रूप में प्रतिपादित किया गया है। काव्य संग्रह में जीवन परिवेश, प्रकृति और परस्पर संबंधों के कई आयामों को छुआ गया है जो मानवीय भावनाओं को अभिव्यक्त करती है।
इस अवसर पर प्रख्यात फिल्म और टी वी अभिनेता रोहिताश्व गौड़ ने कहा कि लेखिका सविता बंटा न केवल लेखन में सिद्धास्त हैं अपितु अभिनय कला में भी निपुणता हासिल किए हुए हैं। अपने शिमला के दिनों को याद करते हुए उस दौरान शिमला रंगमंच में सविता के मंच पर काव्यंग्यर्य करने के अनुभव को चिरस्मरणीय बताया।
उन्होंने कहा कि रंगमंच गतिविधियों के अतिरिक्त लेखन विद्या में भी सविता बंटा की परिपक्वता झलकती है। काव्य संग्रह में व्यक्तिगत आयाम के साथ-साथ सामाजिक विषयों की रचनाएं जिसमें त्रासदी, युद्ध विभीषीका, आदि काव्य संकलन को और अधिक समसामयिक व विविधता प्रदान करते हैं। काव्य भाषा तथा भाव सरलता के साथ प्रयुक्त किया गया है जिसे सहज ही समझा जा सके। काव्य संग्रह में परिवेश के प्रति जागरूकता और आत्म चिंतन का बोध कराती अनेक कविताएं विद्यमान है। हिमाचल में आई त्रासदी की अन्तर्वेदना को व्यक्त करती कविता त्रासदी कवित्री के अंदर व्याप्त त्रासदी के दंश की वेदना को व्यक्त करती है।
काव्य संग्रह में 63 काव्य रचनाओं को संकलित किया गया है। समस्त कविताएं जीवन में समाज और मानवीय व्यवहार से संबंध व्यंग्य और चेतना के प्रति इंगित करती हैं। अधिकतर कविताओं में नारी विमर्श और मनुष्य की संवेदना और भावनाओं को अत्यंत मार्मिक रूप से लखनी द्वारा उकेरा गया है।
कविता पगडंडियां, संग्रह का शीर्षक भी है, पहाड़ के जीवन की सहज सरल जीवन शैली की तुलना आज के बड़े शहरों में पलायन कर गए लोगों जो तनाव और प्रदूषण से भरे जीवन में रह रहे हैं की वेदना को भी व्यक्त करती हैं।