शहरी विकास एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज यहां राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छोटा शिमला, के सभागार में एक दिवसीय स्वर्ण जयंती पूर्ण राज्यत्व राज्य स्तरीय समारोह एवं प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवा वर्ग में इन प्रतियोगिताओं से प्रतिस्पर्धा की भावना उत्पन्न होती है, जो कि वैश्विक माहौल में अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि वर्तमान प्रदेश सरकार उच्च शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है तथा बालिकाओं को घर द्वार पर शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने राज्य में 141 राजकीय महाविद्यालय खोले है, आई आई टी, आई आई ए एम तथा 1965 में स्थापित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज की तर्ज पर राज्य में 4 अतिरिक्त मेडिकल काॅलेज प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित किए गए है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार युवाओं के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है और राज्य को शिक्षा का अग्रिम गंतव्य बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश साक्षरता दर में अग्रणी स्थान पर है और राज्य सरकार शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता को बढ़ावा दे रही है। सुरेश भारद्वाज ने युवा पीढी से आहवान किया कि वे पश्चिमी सभ्यता की अंधी दौड़ से बचने को कहा तथा मानवीय मूल्यों पर बल दिया, जिससे समावेशी समाज एवं चरित्र निर्माण को संम्बल प्रदान हो सके। उन्होंने अध्यापकों एवं अभिभावकों से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाएं तथा इस सामाजिक कुरीति के प्रति जागरूक करे, ताकि स्वस्थ समाज का निर्माण संभव हो सके। इससे पूर्व विद्यालय की प्रधानाचार्य मीरा शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और विद्यालयों की गतिविधियों से उन्हें अवगत करवाया। इस अवसर पर शिमला शहरी भाजपा मण्डल अध्यक्ष राजेश शारदा, अतिरिक्त निदेशक उच्च शिक्षा नीरज गुप्ता, शिमला किसान मोर्चा अध्यक्ष संजीव चौहान, हिमाचल पथ परिवहन निगम के निदेशक सुशील चौहान, उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा भागचंद चौहान, उपनिदेशक उच्च शिक्षा अशोक शर्मा तथा अन्य अध्यापकगण व कर्मचारी भी उपस्थित थे।