कीक्ली ब्यूरो, 19 सितम्बर, 2015, शिमला
समाज से धार्मिक आडंबर को दूर करने में महर्षि दयानन्द सरस्वती की भूमिका अहम रही है, जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। ये विचार आज प्रतिभा सिंह, अध्यक्षा, हिमाचल प्रदेश रैडक्रॉस सोसायटी अस्पताल कल्याण शाखा ने वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला आर्य समाज शिमला में वार्षिक उत्सव की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। आर्य समाज स्कूल द्वारा वार्षिक उत्सव को महिला सम्मेलन के रूप में मनाया गया। प्रतिभा सिंह ने कहा कि देवभूमि हिमाचल में महिलाओं का सम्मान किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं का दायित्व है कि वे बच्चों को अच्छे संस्कार दें, ताकि वेएक अच्छे नागरिक बनकर देश को गौरवान्वित करें।
उन्होंने कहा कि महिलाओं में वह शक्ति है, जो समाज में विभिन्न कुरीतियों को दूर करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने में सहायक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नौजवान बच्चों को नशीले पदार्थों से दूर रखने में माता-पिता की भूमिका अहम है।
इस अवसर पर आर्य समाज स्कूल की छात्राओं ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। आर्य समाज के आचार्य श्री रामानन्द शास्त्री ने सामाजिक उत्थान में महिलाओं के योगदान पर अपने विचार प्रकट किए। स्कूल के प्रबंधक श्री हृदेष आर्य ने मंच का संचालन किया। प्रतिभा सिंह ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाली छात्राओं को पुरस्कृत किया।
इस अवसर पर नगर निगम पार्षद सुषमा कुठियाला, पूर्व पार्षद ओम प्रकाश सूद, आर्य समाज स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती तनु आर्य, स्कूल के अध्यापक वर्ग तथा नगर के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।