कीक्ली रिपोर्टर, 30 जनवरी, 2016, शिमला
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्य तिथि को राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी शिमला डॉ. एच. आर. ठाकुर ने यहां बताया कि जिला स्तरीय राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन दिवस का आयोजन आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दाड़गी में किया गया।
डॉ0 एच.आर.ठाकुर ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को कुष्ठ रोग के कारण व उपचार बारे विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस रोग का उपचार सम्भव है तथा यह माइक्रोबैक्टीरियम लेप्री नामक जीवाणुओं के कारण होता है। यह जीवाणु मुख्यतः चमड़ी और तांत्रिकाओं को प्रभावित करता है। उन्होंने बताया कि इसका रोगी यदि नियमित रूप से एम. डी. टी. प्रणाली द्वारा दवा का सेवन करें तो इस रोग से निजात पाई जा सकती है।
सहायक कुष्ठ रोग अधिकारी देवेंद्र कौशल ने जागरूकता शिविर में इस रोग के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि शरीर पर किसी भी प्रकार का बदरंग दाग-धब्बा या सुन्नपन होने पर इसकी जांच स्वास्थ्य केंद्र में अवश्य करवाएं। उन्होंने बताया कि इस रोग की दवा स्वास्थ्य संस्थानों में मुफ्त दी जाती है।
इस अवसर पर खंड चिकित्सा अधिकारी मशोबरा डा.हितेन बनयाल ने ‘पीलिया’ रोग बारे उपस्थित ग्रामीणों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि भोजन बनाने व पीने के लिए स्वच्छ पानी का प्रयोग करें। पीने के पानी को 20 मिनट तक उबालने के बाद ही पीने के लिए प्रयोग में लाएं।
उन्होंने उपस्थित ग्रामवासियों को अपने घरों के आसपास व गांव में स्वच्छता रखने का आह्वान किया। ग्राम पंचायत चलेहल के प्रधान चिरंजी लाल ने दाड़गी बाजार में कुष्ठ जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाई। बच्चों ने विशाल रैली में भाग लिया तथा कुष्ठ रोग बारे लोगों को जागरूक किया। इस मौके पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दाड़गी के अध्यापक तथा स्थानीय लोग उपस्थित थे।