कीकली रिपोर्टर, 20 नवम्बर, 2016, शिमला
बाल अधिकार संरक्षण जहां सरकार की नैतिक जिम्मेबारी है, वहीं सामजिक सहयोग भी अत्यन्त आवश्यक है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मन्त्री कर्नल धनी राम शान्डिल ने आज अन्तर्राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस के अवसर पर शिमला के सन्जौली में राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग प्रदेश में बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बच्चों को स्वास्थ्य, शिक्षा, मानसिक व शारीरिक विकास का पूर्ण अधिकार है। उन्होंने कहा कि आज के इस दौर में बच्चों में संस्कार और उनके अधिकारों के प्रति सजगता माता-पिता व समाज के अन्य लोगों का भी दायित्व है। उन्होंने कहा कि बच्चों की ऊर्जा नशे व अन्य ब्यसनों से हटाकर राष्ट्र के सशक्त निर्माण के उपयोग में लानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है। आज का बच्चा भावी युवा के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन कर सके यह सामूहिक दायित्व बनता है।
उन्होंने कहा कि स्कूलों के आस पास नशावृत्ति न हो इसके लिए सरकार की ओर से विशेष प्रबन्ध किए गए हैं। उन्होंने शिक्षक वर्ग से भी इस ओर गम्भीरता पूर्वक ध्यान देने की बात की। उन्होंने कार्यक्रम केसफल आयोजन के लिए राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग को 11 हजार रूपये व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, पोर्टमोर, लक्कड़ बाजार, सन्जौली व एस0पी0एम0माडल स्कूल सन्जौली को ग्यारह सौ रूपये की राशि प्रति स्कूल देने की घोषणा भी की। उन्होंने चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं जिसमें पोर्टमोर स्कूल कु0 धानी को प्रथम व कु0 शिवांगी को तृतीय पुरस्कार तथा लक्कड़ बाजार स्कूल की कु0 नेहा दयाल को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया जबकि सान्तवना पुरस्कार सन्जौली स्कूल के अभिशेक को दिया।
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा श्रीमती किरण धान्टा ने अपने सम्बोधन में बाल अधिकार संरक्षण आयोग के उदेश्य तथा आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों के विभिन्न अधिकारों के सम्बन्ध में बताते हुए कर्तव्यों की पूर्ति के लिए भी सजग रहने की बात की। उन्होंने आयोग द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों की व्याख्य करते हुए आयोग के अन्य सदस्यों द्वारा किए जा रहे कार्यो की भी प्रशंशा की। उन्होंने बताया कि मुख्यमन्त्री हिमाचल प्रदेश श्री वीरभद्र सिंह के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में बच्चों के अधिकारों के संरक्षण व संवर्धन में वृद्धि हुई है।
समारोह में पाषर्द सुशान्त कपरेट ने भी सम्बोधित किया। आयोग के सदस्य राजेन्द्र मोहन ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में महिला आयोग की अध्यक्षा जैनब चन्देल, सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, अनुराधा ठाकुर के अतिरिक्त आयोग के सदस्य कुसुम वर्मा, डा0 आर0एल0शर्मा, आशतोष गुप्ता व बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी भी उपस्थित थे।