कीकली रिपोर्टर, 24 मार्च, 2017, शिमला
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने आज विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला में 21 देशों के 33 प्रतिभागियों और छात्रों द्वारा आयोजित जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में आईजीएमसी शिमला के चिकित्सा विशेषज्ञों ने भी हिस्सा लिया। यह रैली ऐतिहासिक रिज मैदान पर सम्पन्न हुई।
इस जागरूकता रैली में पीजीआई चंडीगढ़ के स्कूल ऑफ पब्लिक हैल्थ के ष्अंतरराष्ट्रीय जन स्वास्थ्य प्रबंधन विकास कार्यक्रमष् के तहत अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसका नेतृत्व पीजीआई चंडीगढ़ के चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ सोनू गोयल ने किया।
इससे पूर्व आईजीएमसी शिमला में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2021-2022 तक प्रदेश को क्षय रोग मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया हैए जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा क्षय रोग मुक्त के लिए वर्ष 2035 व भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 1997 से दो लाख क्षय रोग रोगियों का ईलाज किया गया है। प्रदेश में 74 स्वास्थ्य ब्लॉक में 72 टीबी यूनिटस हैं और 200 डायग्नोस्टिक माईक्रोस्कोपिक केंद्र हैं। प्रदेश में 9 जिनेक्सपर्ट मशीनों के माध्यम से क्षय रोग निदान किया जा रहा है। ऐसी तीन और आधुनिक मशीनें शीघ्र ही किन्नौर, लाहौल, स्पीति और कुल्लू में भी स्थापित की जाएंगी। इसके पश्चात उपमण्डल स्तर पर रामपुर और पालमपुर में भी ऐसी मशीनें स्थापित करने की योजना तैयार की गई है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य सूचकांक राष्ट्रीय स्तर से बेहतर हैं। प्रदेश में आईएमआर दर 28 है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 37 व प्रदेश में सीएमआर दर 33, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 43 है। प्रदेश सरकार द्वारा यह प्रयास किए जा रहे हैं कि लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं, इस दिशा में विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम दक्षता पूर्वक लागू किए जा रहे हैं।
कौल सिंह ठाकुर ने क्षय रोग उन्मूलन के लिए जागरूकता अभियान को और सुदृढ़ करने की अपील की। उन्होंने विदेशी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत विश्व शांति और उन्नति के लिए सदैव प्रयासरत रहा है।
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने क्षय रोग जागरूकता विषय पर आयोजित पोस्टर व स्लोगन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया। इस अवसर पर विदेशी प्रतिभागी आरिफा और रवि पी ने भी अपने विचार सांझे किए। ठाकुर ने आईजीएमसी में उपचार के लिए भर्ती मरीजों से बातचीत की, उनका कुशल क्षेम जाना। उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर निदेशक चिकित्सा शिक्षाए प्रो अनिल चैहानए निदेशकए स्वास्थ्य विभागए डॉ बलदेव ठाकुर, प्रधानाचार्य आईजीएमसी प्रो अशोक शर्मा, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षकए डॉ रमेश चंद, सामुदायिक चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष प्रो अनमोल गुप्ता, स्टेट टीबी ऑफिसर डॉ आर के बारिया, जोनल टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ ए के भारद्वाज, चिकित्सा विशेषज्ञ पीजीआई चंडीगढ़ डॉ सोनू गोयल, चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ संजय, आईजीएमसी में विभिन्न विभागों के प्राध्यापकए छात्र और कर्मचारी उपस्थित थे।