कीकली रिपोर्टर, 13 अप्रैल, 2017, शिमला
राजधानी शिमला के कच्चीघाटी के समीप पत्रकार विहार शैमरॉक रोजेंस स्कूल ने बैसाखी व हिमाचल दिवस बड़ी धूमधाम के साथ मनाया। स्कूल की प्रधानाचार्य प्रीति चुट्टानी ने बच्चों को बैसाखी पंजाब और आसपास के प्रदेशों का सबसे बड़ा त्योहार है। बैसाखी नाम वैशाख से बना है। यह एक कृषि त्योहार है, जिसमें पंजाब और हरियाणा के किसान,सर्दियों की फसल काटने के बाद नए साल की खुशियां मनाते हैं।
उन्होंने कहा कि बैसाखी के ही दिन 13 अप्रैल 1699 को दसवें सिख गुरु गोविंद सिंहजी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। खालसा पंथ की स्थापना का लक्ष्य था धर्म और नेकी के आदर्श के लिए सदैव तत्पर रहना। इसलिए बैसाखी का त्योहार सिखों का एक सबसे बड़ा त्योहार है। इस दिन पंजाब का परंपरागत नृत्य भांगड़ा और गिदा किया जाता है। हिमाचल प्रदेश पंजाब के साथ सटा होने के कारण हिमाचल में भी बड़े ही धूमधाम के साथ बैसाखी मनाई जाती है।
इसके अतिरिक्त शैमरॉक रोजेंस स्कूल ने हिमाचली वेशभूषा के वस्त्र पहन कर हिमाचल दिवस भी मनाया। नन्हें नन्हें बच्चों ने नृत्य, भांगड़ा, गिदा ,गान व नाटी के साथ कार्यक्रम में चार चंाद लगा दिए। प्रधानाचार्य प्रीति चुट्टानी ने अध्यापकों को भी कार्यक्रम को संचालन करने व बच्चों के अभिभावकों को बच्चों को तैयार करने के लिए उनका धन्यवाद किया।