कीक्ली रिपोर्टर, 15 मई, 2018, शिमला
Moral values cannot be taught they can be caught — की तर्ज पर राजधानी के स्कूलों में इन दिनों विद्यार्थियों को डेली रूटीन से हट्ट कर बच्चों में लर्निंग मेथड अपनाए हुए है इस कड़ी में न्यू शिमला के डी ए वी स्कूल में पहली से पांचवी तक के बच्चों के लिए मैजिक शो आयोजित किया गया। बच्चों को शिक्षा की डोज़ देते मैजिक शो के विभिन्न कार्यक्रमों का स्कूली बच्चों ने उत्सुकता के साथ जम कर लुत्फ़ उठाया । मनोरंजन के साथ साथ शिक्षा का सन्देश बांटते मध्य प्रदेश के हुनरमंद मैजिक मास्टर एच जी लेह की ज्ञान भरी प्रस्तुतियों ने छात्र छात्राओं का मन मोह लिया ।
डी ए वी अध्यापिका मधु थापर ने कीक्ली से बात करते हुए तराशने की जिम्मेवारी के साथ साथ बच्चों में क्वालिटी टाइम का समावेश होने को आवशयक बताया । थापर ने कहा की इस तरह के कार्यक्रम सभी स्कूलों में आयोजित किये जाने चाहिए ताकि बच्चे सार्थक हैब्बिट की और मुड़ना सीख पाये । वहीँ मैजिक कार्यक्रम संचालक व् वरिष्ठ अध्यापिका शुशीला के अनुसार इस तरह के आयोजनों से बच्चों में रूटीन वर्क में विराम के दौरान होने वाले मनोरंजन से एक नयी ऊर्जा गतिमान होती है जो विद्यार्थी में शिक्षा में मन लगाने में सहायक सिद्ध होता है ।
उन्होंने बताया की बड़ी क्लासेस के लिए भी मैजिक शो आयोजित होगा । आपको बता दे की शहर के ओकलैंड और तिब्बतियन स्कूल भी लर्निंग के इस मेथड के तहत अपने विद्यार्थियों के लिए मैजिक शो का आयोजन करने वाले है ।
इसके साथ ही आंध्र प्रदेश से सम्बन्ध रखने वाले मैजिक मास्टर एच जी लेह ने कीक्ली से अपने विचार साझा करते हुए पहाड़ो में मिले उन्हें अपार स्नेह और सम्मान के लिए हिमचलवासियों का आभार व्यक्त किया । लेह ने कहा की वे 38 वर्षों के अपने जादुई शो के सिलसिले में अनेको बार शिमला आ चुके है । लेह के अनुसार उनकी जादू कला मात्र मनोरंजन का हिस्सा न हो कर शिक्षा का माध्यम है और अपनी इस कला में वह “magic to mind with education” के अपने उद्देश्य को सार्थक बनाने का हरसंभव प्रयास करते है। आपको बता दे की ले आगामी एक माह तक राजधानी के विभिन्न स्कूलो में मैजिक टू माइंड के अपने थीं प्रोजेक्ट पर अग्रसर रहेंगे । (See Videos)