आजादी के आंदोलन में बलिदानों की बलिवेदी पर सर्वाधिक युवाओं ने प्राण न्यौछावर कर हमें स्वतंत्र राष्ट्र समर्पित किया। यह विचार आज अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस अभियान के अवसर पर होटल हॉलिडे होम शिमला में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग हिमाचल प्रदेश तथा राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं आयुष मंत्री हिमाचल प्रदेश डाॅ. राजीव सैजल ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जो पीढ़ी अपने इतिहास, वीरों व मनीषियों को स्मरण नहीं करते उस समाज का जल्द पतन निश्चित होता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि हम देश के इतिहास व स्वतंत्रता संग्राम में शामिल सभी वीरों के शौर्य को पढ़े और लोगों में इसका विस्तार करें। उन्होंने कहा कि विश्व में युवाओं द्वारा नेतृत्व कर व्यवस्था परिवर्तन के अनेक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि आज हमारा देश परिवर्तन युग से गुजर रहा है, युवा इसका अभिन्न अंग बनें। उन्होंने कहा कि एड्स जैसी चुनौतियों से पूरा विश्व जूझ रहा है। इसके प्रति जागरूक करना युवाओं का दायित्व है। युवा स्वयं जागरूक होगा तभी वो समाज को जागरूक कर सकेगा। उन्होंने कहा कि युवा किसी भी रूप में अपनी ऊर्जा को नशे तथा सम्बद्ध कार्यों में संलिप्त न करें, जिससे एचआईवी या एड्स की संभावना को बढ़ावा मिले।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एचआईवी अथवा एड्स के मामले में देश के कम संक्रमण वाले राज्यों में शामिल है। हमारे युवाओं को इसके बारे जागरूक करना और बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि स्कूलों, विश्वविद्यालयों एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों में सालभर होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों मंे एचआईवी रोकथाम व जागरूकता कार्यक्रमों को अनिवार्य तौर पर आयोजित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर हम संकल्प के साथ राष्ट्र को एचआईवी मुक्त बनाने के लिए आगे बढ़ें। उन्होंने आज एचआईवी व एड्स के प्रति जागरूकता प्रदान करते हुए सेल्फी व फोटो मस्कोर्ट का विमोचन किया। उन्होंने एचआईवी के विरूद्ध लड़ाई को और सशक्त करने के उद्देश्य से युवा सेवाएं खेल विभाग और नेहरू युवा केन्द्र संगठन के 40 युवा क्लबों के गैर विद्यार्थी युवाओं को अपने-अपने क्षेत्र में जागरूक करने की परियोजना से जोड़ने का शुभारंभ करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 8 जिलों में इन युवाओं द्वारा जागरूक किया जाएगा, जिसमें राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के निर्देशानुसार एड्स के बारे में गैर विद्यार्थी युवाओं को जागरूक करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न संस्थानों में रेड रिबन क्लब की गतिविधियों के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, केन्द्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश, डाॅ. यशवंत सिंह परमार बागवानी विश्वविद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर, हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय, सरदार पटेल विश्वविद्यालय मण्डी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिमला डाॅ. सुरेखा चैपड़ा को एचआईवी व एड्स के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया। उन्होंने राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला की छात्राओं को कार्यक्रम प्रस्तुतिकरण तथा सेंट बीड्स काॅलेज शिमला की छात्राओं को एड्स जागरूकता स्किट प्रस्तुत करने के लिए सम्मानित किया।
उन्होंने अम्बरेला पेंटिंग प्रतियोगिता में एचपीसीइ टूटु को प्रथम, जवाहर लाल नेहरू निष्पादन महाविद्यालय शिमला को द्वितीय तथा विधिक अध्ययन संस्थान, चैड़ा मैदान को तृतीय पुरस्कार प्रदान कर पुरस्कृत किया। प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभासीष पन्डा ने अपने संबोधन में कहा कि युवा अपने आप को एचआईवी की संभावनाओं से बचने के लिए किसी भी संबद्ध गतिविधियों से दूर रहे तथा औरों को भी जागरूक करें। एड्स व एचआईवी से बचाव के लिए जाने वाले बिंदुओं पर विस्तार से प्रचार करें। उन्होंने कहा कि इसको समाज से खत्म करने के लिए हमें अपने जीवन में व्यवहारिक बदलाव लाना आवश्यक है। निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हिमाचल प्रदेश एवं परियोजना निदेशक हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति डाॅ. अनिता महाजन ने स्वागत संबोधन में बताया कि एचआईवी संक्रमण के आंकड़ों मंे लगभग 40 प्रतिशत युवा संक्रमित है, जिसके दृष्टिगत युवा वर्ग में जागरूकता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस ‘एचआईवी के सामने हम झुकेंगे नहीं नारे के साथ एक अभियान स्वरूप आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने सभी से इस अभियान में भागीदारी सुनिश्चित कर अभियान की सफलता के लिए सहयोग की अपील की। कार्यक्रम में मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वसमीशन हेम राज बेरवा, राज्य निदेशक नेहरू युवा केन्द्र सेमसन मैसी, राजकीय कन्या महाविद्यालय, सेंट बीड्स काॅलेज, राजकीय महाविद्यालय कोटशेरा व संजौली के लगभग 150 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।