अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी को प्रदेश विश्वविद्यालय बनाने की मांग करती है। अभाविप के प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने कहा की पिछले 2 वर्षों से विद्यार्थी परिषद विभिन्न प्रकार के माध्यमों से क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी को प्रदेश विश्वविद्यालय बनाने के लिए आंदोलन कर रही है और विभिन्न मंचों से भी परिषद ने इस मांग को उठाया है। हम देखते हैं कि जब से हिमाचल प्रदेश बना है तब से प्रदेश में केवल एक ही प्रदेश विश्वविद्यालय बना है जो शिमला में स्थित है। हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी नहीं है की प्रदेश के सारे विद्यार्थी अपनी पढ़ाई के लिए शिमला को तरजीह दे सकें। उसकी वजह से दूरदराज क्षेत्रों के बहुत सारे विद्यार्थी शिमला दूर होने की वजह से पढ़ाई नहीं कर पाते हैं।
वहीं अगर पीजी कक्षाओं में सीटों की बात करें तो सीमित सीटें होने की वजह से भी बहुत सारे छात्र शिमला में दाखिला नहीं ले पाते हैं जिस कारण मजबूरी में छात्रों को या तो निजी विश्वविद्यालयों में भारी भरकम फीस देकर दाखिला लेना पड़ता है या फिर प्रदेश से बाहर पढ़ाई करने जाना पड़ता है। इसलिए विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से मांग करती है की क्लस्टर विश्वविद्यालय को प्रदेश विश्वविद्यालय बनाया जाए। यदि क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाता है तो प्रदेश में निचले क्षेत्रों के लगभग 6 जिलों के विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा तथा बहुत सारे विद्यार्थी प्रदेश विश्वविद्यालय नजदीक बनने पर अपनी उच्च स्तरीय पढ़ाई का स्वप्न साकार भी कर सकेंगे। परिषद यह मांग भी करती है की जिस तरह से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में विश्वविद्यालय को चलाने के लिए निर्धारित मानदंड और मानक, सुविधाएं व प्रावधान है उसी तरह से क्लस्टर विश्वविद्यालय में भी सभी तरह के नियम लागू किए जाएं। अतः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की तर्ज पर मण्डी में अलग से दूसरा प्रदेश विश्वविद्यालय शीघ्र अति शीघ्र बनाए जाने की मांग करती है।