राज्यपाल द्वारा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय और उमंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित “दिव्यांगजनों की प्रतिभा का सम्मान समारोह” में सम्मानित दिव्यांग प्रतिभाओं की सूची:
अकादमिक उत्कृष्टता के लिए सम्मान: डॉ. दाताराम, एचपीयू के प्रथम दृष्टिबाधित पीएचडी एवं सेवानिवृत कॉलेज प्रोफेसर; डॉ. लोकेश चंदेल, विधि विभाग के प्रोफेसर एवं अध्यक्ष, एपीजी यूनिवर्सिटी। अमेरिकन कंपनी में काम कर रहे इंजीनियर पियूष शर्मा को राष्ट्रीय खेलों में व्हील चेयर टेबल टेनिस का कांस्य पदक जीतने पर सम्मानित करते राज्यपाल।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीएचडी के दिव्यांग विद्यार्थी: मुकेश कुमार-शिक्षा विभाग, लेखराज-इतिहास, मुस्कान एवं श्वेता शर्मा- संगीत विभाग, प्रतिभा ठाकुर एवं सतीश ठाकुर-राजनीति विज्ञान , इतिका-लोक प्रशासन , सवीना जहां एवं अंजू-हिंदी, अंजना देवी- वनस्पति विज्ञान विभाग, पंकज शर्मा -टूरिज्म, विनोद शर्मा योगाचार्य- योग विभाग, विमल कुमार जाटव-पत्रकारिता विभाग, अजय कुमार एवं राजपाल- इतिहास, मीनू चंदेल- कंप्यूटर साइंस, अनु – संस्कृत, हेम सिंह – कॉमर्स,ओम प्रकाश -संस्कृत।
एमफिल के लिए सम्मानित: विजेश कुमार- राजनीति विज्ञान, विनोद कुमार -फिजिक्स, मोहित कपूर- संगीत, अनुज कुमार-अर्थशास्त्र, मीरा देवी -योग।
नेट- स्लेट के लिए सम्मानित: इंदु कुमारी – राजनीति विज्ञान (नेट), पूनम शर्मा -संस्कृत विभाग (स्लेट)।
राष्ट्रीय पैरालिम्पिक में पदक के लिए सम्मानित: पीयुष शर्मा – व्हील चेयर टेबल टेनिस में कांस्य पदक,
शशि देवी- कबड्डी में स्वर्ण पदक।
रक्तदान के लिए सम्मानित दृष्टिबाधित: शोभू राम (प्रदेश के प्रथम दृष्टिबाधित रक्तदता- पुरुष), निशा कुमारी- (प्रदेश की प्रथम दृष्टिबाधित रक्तदता- महिला)
युवा दृष्टिबाधित गीतकार, संगीतकार और गायक: अभिषेक ठाकुर( सन्जौली कॉलेज)
दर्श दिव्यांग-मित्र शिक्षिका सम्मान: डॉ. रीता कुमारी, सहायक प्रोफेसर, पत्रकारिता विभाग एवं हॉस्टल वार्डन, राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं; डॉ. ज्योति पांडे, सहायक प्रोफेसर एवं हॉस्टल वार्डन, राजकीय कन्या महाविद्यालय, शिमला; सरिता चौहान, स्पेशल एजुकेटर, पोर्टमोर स्कूल, शिमला।