Deebanshi Batra; Swarnprastha Public School, Haryana
हे भगवान सुख में भी तुम हो दुख में भी तुम हो।
आशा है दुनिया मेंसब कुशल मंगल हो।
मैं एक पतंग जिसकी डोर तेरे हाथ।
प्रभु तुम हो मेरे साथ।
तेरी भक्ति में मेरा जीवन सारा।
बस अकेला तू ही है मेरा सहारा।
पता नहीं किस रूप में तू मुझे मिल जाए।
पूरा संसार तेरे ही गुण गाए।
कुछ स्वार्थी हैं पर तेरे ही बचे हैं।
तू जानता है हम मन के सच्चे हैं।
सोचा क्या और हो क्या गया।
तेरी भक्ति में हज़ारों का जीवन बीत गया।
मेरी क्या इछा तू सब जाने।
कोई भी भाषा हो तू बस भाव पहचाने।
आगे क्या होना यह तो तू जाने।
तू ही है जो खिलआता सबको दाने।
कोई पूजे शिव कोई पूजे कृष्णा।
तुम पूरी कर देते हो सबके मन की तृष्णा।
माँ लक्ष्मी हाँ विष्णु की अर्धानगिनी।
पूरा संसार गुनगुनाए तेरी रागिनी।
तेरी कृपा है मुझपर।
ऐसा वरदान दे की अहंकार ना आए कभी ख़ुदपर।
हे भगवान सुख में भी तुम हो दुःख में भी तुम हो।
पूरी दुनिया के मालिक तुम ही तुम हो।
Very nice
Very nice??
Such words of wisdom can only come from pure and innocent soul. God bless you beta.
You are just awesome ????
Beautiful work Deebanshi?
You are outstanding?